NASA ने शेयर की Solar flare की शानदार तस्वीर, बताया धरती पर कितना पड़ेगा प्रभाव?

NASA ने शेयर की  Solar flare की शानदार तस्वीर, बताया धरती पर कितना पड़ेगा प्रभाव?

न्यूयॉर्क। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सूरज के सतह से निकलते सोलर फ्लेयर्स की खूबसूरत तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की है। नासा ने रविवार को उस क्षण को कैद किया, जब सूर्य ने अंतरिक्ष में ऊर्जा का एक शक्तिशाली विस्फोट किया। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने जानकारी देते हुए बताया कि दो अक्टूबर …

न्यूयॉर्क। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सूरज के सतह से निकलते सोलर फ्लेयर्स की खूबसूरत तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की है। नासा ने रविवार को उस क्षण को कैद किया, जब सूर्य ने अंतरिक्ष में ऊर्जा का एक शक्तिशाली विस्फोट किया। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने जानकारी देते हुए बताया कि दो अक्टूबर को सूर्य से एक तेज सोलर फ्लेयर निकली। नासा की सोलर डायनेमिक ऑब्जर्वेटरी इस घटना की एक तस्वीर लेने में कामयाब रही। नासा ने अपने पोस्ट में लिखा, ‘अंतरिक्ष में लगातार कई घटनाएं होती रही है। सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी ने सोलर फ्लेयर्स को कैप्चर किया है।

यह पहली बार नहीं है कि जब सूर्य को ऊर्जा के शक्तिशाली विस्फोटों को अंतरिक्ष में छोड़ते हुए देखा गया है। इससे पहले अप्रैल में नासा ने अपने सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी का उपयोग करके सोलर फ्लेयर की एक छवि को कैप्चर करने में भी कामयाबी हासिल की थी।

क्या होते हैं सोलर फ्लेयर्स?
सोलर फ्लेयर्स (Solar flare) सूर्य की सतह से निकलने वाली चुंबकीय ऊर्जा के रेडियेशन होते हैं। इन ज्वालामुखियों और सौर विस्फोटों में रेडियो संचार, विद्युत शक्ति ग्रिड, जीपीएस को प्रभावित करने की क्षमता होती है। यह अंतरिक्ष यान और अंतरिक्ष यात्रियों के लिए जोखिम भी पैदा कर सकता हैं। सोलर फ्लेयर्स सूरज की सतह पर दिखने वाले ब्राइट एरिया होते हैं। यह कुछ मिनटों से लेकर घंटों तक दिखाई दे सकते है।

सूर्य का एक बड़ा जटिल क्षेत्र अब पृथ्वी का कर रहा सामना 
वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में सूर्य पर कई विस्फोट हो सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि सूर्य का एक बड़ा जटिल क्षेत्र अब पृथ्वी का सामना कर रहा है। इससे और अधिक खतरे की संभावना बढ़ गई है। इस फ्लेयर को सबसे शक्तिशाली ब्रैकेट- एक्स – के नीचे – एक – के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जो इसे एक्स एक का वर्गीकरण देता है।

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