नैनीताल: मूसलाधार बारिश ने खोल दी आपदा प्रबंधन की पोल, घंटों मलबे में फंसे रहे लोग, डीएम और कमिश्नर के दावे हवा हवाई

नैनीताल: मूसलाधार बारिश ने खोल दी आपदा प्रबंधन की पोल, घंटों मलबे में फंसे रहे लोग, डीएम और कमिश्नर के दावे हवा हवाई

नैनीताल, अमृत विचार। नैनीताल में रविवार रात हुई सीजन की पहली मूसलाधार बारिश ने प्रशासन की पोल खोल दी है। बारिश से नैनीताल-हल्द्वानी और नैनीताल-भवाली मार्ग पर मलबा आने से यातायात घंटों बाधित रहा तो वहीं डीएम और कमिश्नर के आपदा प्रबंधन को लेकर की जा रही तैयारियों के दावे हवा-हवाई साबित हो गये। स्थानीय …

नैनीताल, अमृत विचार। नैनीताल में रविवार रात हुई सीजन की पहली मूसलाधार बारिश ने प्रशासन की पोल खोल दी है। बारिश से नैनीताल-हल्द्वानी और नैनीताल-भवाली मार्ग पर मलबा आने से यातायात घंटों बाधित रहा तो वहीं डीएम और कमिश्नर के आपदा प्रबंधन को लेकर की जा रही तैयारियों के दावे हवा-हवाई साबित हो गये। स्थानीय लोगों की शिकायत के बावजूद आपदा प्रबंधन विभाग गंभीर नहीं दिखा। हनुमानगढ़ी क्षेत्र में जेसीबी पहुंचाने में चार घंटे लग गए।

सड़क पर मलबा आने से यात्रियों को पैदल ही अपने गंतव्य की ओर जाना पड़ा।

रविवार देर रात नैनीताल में मूसलाधार बारिश होती रही। इससे सोमवार तड़के कैलाखान और हनुमानगढ़ी पर मलबा आने से रास्ता बंद हो गया। हल्द्वानी जाने वाले लोगों को काफी मशक्कत उठानी पड़ी। करीब चार घंटे तक यातायात बहाल नहीं किया जा सका। जेसीबी का ड्राइवर छुट्टी पर होने से सड़क खोलने के लिये दूसरी जेसीबी को भी एक किलोमीटर पहुंचने में चार घंटे लग गये। इस दौरान पर्यटकों, स्कूली बच्चों, दूधिया समेत स्थानीय काश्तकारों को घंटों इंतजार करना पड़ा।

नैनीताल-भवाली मार्ग पर मलबा हटाने में देरी होने से आम राहगीरों के साथ-साथ स्कूली बच्चों  और पर्यटकों को भी घंटों इंतजार करना पड़ा।

प्रशासन की सड़क खोलने की उम्मीद खत्म होते देख कई पर्यटक पैदल ही नैनीताल और हल्द्वानी की तरफ लौट गये। जिला प्रशासन की लचर व्यवस्थाओं पर हर कोई सवाल उठा रहा था। आठ बजे बाद तक जब जेसीबी पहुंची तो छोटे वाहनों के लिये सड़क खोली जा सकी। वहीं, सोमवार की सुबह 9:20 बजे के करीब मार्ग खोलकर आवाजाही बहाल की गई।

इधर, बारिश के चलते मल्लीताल बाजार में दो दुकानों में पानी व मलबा घुसने से नुकसान हुआ है। जूते के कारोबारी सनी सिद्दीकी ने बताया कि जिला प्रशासन के द्वारा किये गए बाजार सौंदर्यीकरण के दौरान नालियों में कॉलम डालने से व पानी की निकासी ठीक न होने से बारिश का पानी उनकी दुकान में घुस गया। उन्होंने बताया कि उनका सारा सामान भीग गया है। जिसके चलते उनको लगभग डेढ़ लाख का नुकसान हुआ है। वहीं, कपड़े के व्यापारी पीपी सिंह ने बताया कि तेज बारिश के चलते उनकी दुकान में भी मलबा घुस गया। गनीमत रही कि उनको किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ।