मुरादाबाद : अपात्रों से होगी किसान सम्मान निधि की वसूली, सत्यापन में खुल रही योजना में धांधली की पोल

मुरादाबाद,अमृत विचार। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले बड़ और साधन संपन्न किसानों की अब खैर नहीं है। सम्मान निधि की धनराशि की रिकवरी के लिए ऐसे किसानों को चिह्नित किया जा रहा है। उधर शिकंजा कसता देख अभी तीन किसानों ने किसान सम्मान निधि की धनराशि वापस कर दी है। पात्र …

मुरादाबाद,अमृत विचार। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले बड़ और साधन संपन्न किसानों की अब खैर नहीं है। सम्मान निधि की धनराशि की रिकवरी के लिए ऐसे किसानों को चिह्नित किया जा रहा है। उधर शिकंजा कसता देख अभी तीन किसानों ने किसान सम्मान निधि की धनराशि वापस कर दी है। पात्र लाभार्थियों का सत्यापन होने से अपात्र किसानों में खलबली मची हुई है।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में किसानों को साल में 6000 रुपये दिए जाते हैं। यह रकम किसानों को दो-दो हजार रुपये की किस्तों में साल में तीन बार मिलती है। हर चार माह में किसानों के खाते में यह राशि दी जाती है। इसका लाभ जिले में 2.5 लाख किसान ले रहे है। योजना का लाभ लेने के लिए किसान का लघु और सीमांत किसान होना जरूरी है।

जिला कृषि अधिकारी ऋतुषा तिवारी ने बताया कि योजना में किसानों को साल में छह हजार रुपये दिए जाते है। योजना का लाभ लेने के लिए किसान के नाम जमीन होना जरूरी है। वह सरकारी नौकर न हो, इनकम टैक्स न देता हो। ऐसे ही किसानों को योजना का लाभ दिया जा रहा है। इस योजना का लाभ परिवार का कोई एक सदस्य ही ले सकता है।

अब तक किसानों को मिलीं 11 किस्तें
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अभी तक किसानों के खाते में 11 किस्त आ चुकी हैं। यह सीधे किसानों के बैंक खातों में आती है। मासांत तक पात्र किसानों के खातों में 12वीं किस्त भी जाएगी।

अपात्र किसानों से वापस ली जा रही धनराशि : जिला कृषि अधिकारी
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जिले में अपात्र किसानों से सम्मान निधि की रकम वापस ली जा रही है। अपात्र किसानों की जांच तहसील स्तर पर की जाती है। जो अपात्र किसान मिलते हैं उनसे यह रकम लेकर सरकारी खजाने में जमा कराई जा रही है। अभी तक तीन अपात्र किसानों ने ही सम्मान निधि की धनराशि वापस की है। अन्य चिह्नित कर उनसे रिकवरी की जाएगी।

योजना का लाभ लेने के लिए किसान कराएं ई-केवाईसी
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि योजना का लाभ लेने को किसान ई-केवाईसी अवश्य करा लें। अन्यथा की स्थिति में किसानों की 12वीं किस्त का पैसा अटक सकता है। किसान नजदीकी जनसेवा केंद्र पर जाकर ई-केवाईसी करा सकते हैं।

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