घोषणाओं का कारवां अब मंजिल की ओर, मुरादाबाद को बहुत जल्द मिलेगा सरकारी विश्वविद्यालय

घोषणाओं का कारवां अब मंजिल की ओर, मुरादाबाद को बहुत जल्द मिलेगा सरकारी विश्वविद्यालय

मुरादाबाद,अमृत विचार। उम्मीदों, जरूरतों और घोषणाओं का कारवां मुकाम पाने वाला है। यानी कि मुरादाबाद में सरकारी विश्वविद्यालय की स्थापना चंद कदम दूर है। लेकिन, यह दूरी कितनी है? इस पर कोई भी दावे के साथ बोलने को तैयार नही है। लेकिन, संकेत अच्छे हैं। यानी कि यह मांग बहुत जल्दी पूरी होने वाली है। …

मुरादाबाद,अमृत विचार। उम्मीदों, जरूरतों और घोषणाओं का कारवां मुकाम पाने वाला है। यानी कि मुरादाबाद में सरकारी विश्वविद्यालय की स्थापना चंद कदम दूर है। लेकिन, यह दूरी कितनी है? इस पर कोई भी दावे के साथ बोलने को तैयार नही है। लेकिन, संकेत अच्छे हैं। यानी कि यह मांग बहुत जल्दी पूरी होने वाली है।

मंडल में सरकारी मेडिकल कॉलेज और राजकीय विश्वविद्यालय का मुद्दा लंबे समय से राजनीतिक पटकथा लिखता चला आ रहा है। यह अलग बात है कि मंडल में ऐडेड और निजी स्ववित्तपोषित महाविद्यालय की शृंखला लंबी है। ढाई लाख छात्र-छात्राओं उच्च शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। मुरादाबाद, रामपुर, संभल, अमरोहा और बिजनौर में ऐसे महाविद्यालय खुले हैं। निजी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई जारी है।

लेकिन, सरकारी विश्वविद्यालय का अभाव अनगिनत उम्मीदों पर पानी फेर रहा है। विधानसभा चुनाव के पहले बिजनौर में राजकीय मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य का शुरू हो गया तो मुरादाबाद में को विश्वविद्यालय की तरफ लोगों की उम्मीद बढ़ गई। इस बीच शासन स्तर पर उठाए गए कदम इस बात के संकेत दे रहे है कि बहुत जल्दी मुरादाबाद में राजकीय विश्वविद्यालय का ऐलान हो जाएगा।

विभाग के अधिकारी इस मुद्दे पर दबी जुबान बातें कर रहे हैं। लेकिन, प्रशासनिक कदमताल यह दावा कर रहे हैं कि जिला मुख्यालय पर राजकीय विश्वविद्यालय जल्द मिल जाएगा। जिला स्तर पर राजकीय पॉलिटेक्निक कालेज के नजदीक भूमि आवंटन हो चुका है। अब प्रशासनिक अधिकारी सरकार की घोषणाओं की टकटकी लगाए हैं।

शहर विधायक रितेश गुप्ता का कहना है कि मैंने विश्वविद्यालय की मांग को हरदम प्राथमिकता दी है। बजट सत्र में यह बात रखी थी। प्रश्पकाल की कार्यवाई मेरे प्रयास की गवाह है। मुख्यमंत्री से हर मुलाकात में की बात करता हूं। उन्होंने कल भी इसका आश्वासन दिया है। ऐसे मैं बता सकता हूं बहुत ही जल्द मुरादाबाद को राजकीय विश्वविद्यालय मिल जाएगा।

जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा , दो साल पहले यहां से सरकारी विश्व विद्यालय का प्रस्ताव शासन में लंबित है। पालीटेक्निक कालेज के बगल में इसके लिए भूमि का चिह्नांकन कर लिया गया है। लेकिन शासन के संकेत के बाद ही दावे के साथ कहना सही रहेगा।

सांसद डॉ.एसटी हसन ने कहा कि मेरा मानना है कि किसी समाज को बनाने के लिए शिक्षा से बड़ी कोई चीज नहीं है। लेकिन, राज्य सरकार इस मुद्दे पर लोगों को सपना दिखा रही है। जाति और धर्म की राजनीति हो रही है। मैं सदन में सरकारी विश्वविद्यालय और इससे दो कदम आगे बढ़कर केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग करूंगा। मुरादाबाद को इसकी दरकार है। मेरी सरकार नहीं होने से बात नहीं बन पा रही है।

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