मुरादाबाद: जांच एजेंसियों के निशाने पर दिल्ली-एनसीआर के शिक्षण संस्थान

मुरादाबाद: जांच एजेंसियों के निशाने पर दिल्ली-एनसीआर के शिक्षण संस्थान

मुरादाबाद, अमृत विचार। युवाओं को ठगी का शिकार बनाने वाले दिल्ली-एनसीआर के शिक्षण संस्थान फिर जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं। लेखपाल भर्ती में हत्थे चढ़े साल्वर गैंग के सदस्यों से पूछताछ में एजेंसियों को संकेत मिला है कि ठगों के तार कोचिंग सेंटर के संचालकों से जुड़े हैं। साल्वर गैंग की तह तक पहुंचने …

मुरादाबाद, अमृत विचार। युवाओं को ठगी का शिकार बनाने वाले दिल्ली-एनसीआर के शिक्षण संस्थान फिर जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं। लेखपाल भर्ती में हत्थे चढ़े साल्वर गैंग के सदस्यों से पूछताछ में एजेंसियों को संकेत मिला है कि ठगों के तार कोचिंग सेंटर के संचालकों से जुड़े हैं।

  • साल्वर गैंग की तह तक पहुंचने की कवायद में जुटी यूपी पुलिस
  • एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने गिरोह के सदस्यों को दबोचा था

परीक्षा में रविवार को यूपी एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने साल्वर गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। सोमवार को चारों आरोपी कोर्ट में पेश किए गए। वहां से इनको 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। गैंग में शामिल दो अन्य सदस्यों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। हत्थे चढ़े आरोपियों में तीन हरियाणा व एक बागपत जिले का निवासी हैं। मेरठ एसटीएफ कुछ दिनों से साल्वर गैंग के सदस्यों के कॉल टेप कर रही थी। एसटीएफ को पहले से संदेह था कि लेखपाल भर्ती में बैठने की जुगत लगा रहा साल्वर गैंग नया गुल खिलाने की फिराक में है। परीक्षा के दिन मेरठ एसटीएफ ने मुरादाबाद में डेरा डाल दिया।

संदीप की निशानदेही पर पकड़ा गया था मोहित : शनिवार रात से मुरादाबाद में सक्रिय मेरठ एसटीएफ ने परीक्षा केंद्रों की निगरानी शुरू की थी। एसटीएफ ने लाइनपार स्थित स्वरूपी देवी मेमोरियल कालेज में छापेमारी कर मोहित कुमार निवासी कल्यानपुर थाना सदर जनपद सोनीपत हरियाणा को दबोचा। वह बागपत के तिलवाड़ा गांव के संदीप कुमार की जगह परीक्षा देते पकड़ा गया। संदीप केंद्र के बाहर पकड़ा गया। उसकी निशानदेही पर मोहित को पुलिस ने दबोचा। पीएमएस पब्लिक स्कूल में दो आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े। सॉल्वर रविंद्र निवासी रामनगर थाना गोहाना जनपद सोनीपत हरियाणा आशीष आर्या के स्थान पर परीक्षा देते पकड़ा गया।

परीक्षा में पास होने पर देना था पांच-पांच लाख
केंद्र में बैठाने का ठेका नीरज निवासी चिराना थाना बरोंदा जनपद सोनीपत ने लिया था। तीन माह पहले नीरज ने अभ्यर्थियों से संपर्क किया और उनसे 25-25 हजार रुपये की उगाही की। परीक्षा में सफल होने के बाद अभ्यर्थियों को पांच-पांच लाख रुपये देना था। गिरोह के सरगना ने फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल कर परीक्षा फॉर्म भरा। सीओ सिविल लाइंस आशुतोष तिवारी ने बताया कि दो आरोपियों की तलाश जारी है। इनमें से एक आशीष आर्य निवासी रठोड़ा थाना छपरौली बागपत की गिरफ्तारी की कोशिश में पुलिस छापेमारी कर रही है।

दौड़ के दौरान हुई साल्वर गैंग से मुलाकात
अभ्यर्थियों की साल्वर गैंग से मुलाकात रनिंग व वर्जिश के दौरान हुई थी। यह दावा करने वाले सीओ सिविल लाइंस आशुतोष तिवारी ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि साल्वर गैंग के सदस्यों से उनकी मुलाकात मेरठ में सुबह की दौड़ के दौरान हुई। हत्थे चढ़े दोनों अभ्यर्थी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे थे। आपसी बातचीत में उनका संपर्क साल्वर गैंग के सदस्यों से हुआ। हालांकि पुलिस अभी भी दावों की पड़ताल करने में जुटी है। पुलिस को संदेह है कि साल्वर गैंग खड़ा करने में शिक्षण संस्थान व कोचिंग सेंटर की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता।

हरियाणा से गैंग का संचालन
साल्वर गैंग हरियाणा से संचालित हो रहा था। पुलिस के मुताबिक पूर्व में हत्थे चढ़े साल्वर गैंग का संचालन बिहार के अलग-अलग जनपदों से होने की पुष्टि हुई। यह पहली बार है जब लेखपाल परीक्षा में हरियाणा के गैंग की संलिप्तता मिली। गैंग का सरगना सुमित हेवा है। सुमित के बाबत पूरी सूचना एकत्र करने में पुलिस जुटी है। हत्थे चढ़े सभी आरोपी फोन के जरिए सुमित के संपर्क में थे। मेरठ एसटीएफ सुमित की तलाश में जुटी है।

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