मुरादाबाद: बंदिशें हटीं तो बढ़ने लगा ऑटोमोबाइल का कारोबार

मुरादाबाद: बंदिशें हटीं तो बढ़ने लगा ऑटोमोबाइल का कारोबार

मुरादाबाद, अमृत विचार। कोरोना काल के बाद ऑटोमोबाइल सेक्टर को थोड़ा उबरा है। हालांकि 2019 के मुताबिक कारोबार अभी भी दूर है। इस साल ऑटोमोबाइल सेक्टर के कारोबार में 10-15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 2019 में कारोबार 60 प्रतिशत था। वहीं, 2020 में लॉकडाउन में कारोबार पूरी तरह चौपट हो गया था, जिससे शोरूम …

मुरादाबाद, अमृत विचार। कोरोना काल के बाद ऑटोमोबाइल सेक्टर को थोड़ा उबरा है। हालांकि 2019 के मुताबिक कारोबार अभी भी दूर है। इस साल ऑटोमोबाइल सेक्टर के कारोबार में 10-15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 2019 में कारोबार 60 प्रतिशत था।

वहीं, 2020 में लॉकडाउन में कारोबार पूरी तरह चौपट हो गया था, जिससे शोरूम संचालकों को काफी समस्याएं हुईं थीं। कुछ समय बाद लॉकडाउन से लोगों को छूट मिली तो सहालग व त्योहार के सीजन में कारोबार धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगा। यही वजह है कि 2020 में लॉकडाउन के बाद कारोबार पांच प्रतिशत तक उठा था।

इस साल त्योहार व शादियों के सीजन में कारोबार सीधा 33 प्रतिशत बढ़ गया है। शोरूम संचालकों की मानें तो पिछले साल नवंबर में शादी सीजन में 300 गाड़ियां बिकीं थीं। इस बार नवंबर में 400 से अधिक बुकिंग हुई है। इस बार बुकिंग अधिक होने से शोरूम संचालक ग्राहकों को गाड़ियां समय से नहीं दे पा रहे हैं। ग्राहकों को चार-पांच माह तक की वेटिंग का सामना करना पड़ रहा है।

प्रति माह इतनी बिकती थीं गाड़ियां
कोरोना काल से पहले 2019 में प्रति माह 140 गाड़ियों की बिक्री हो जाती थी। इसके साथ त्योहार व शादियों के सीजन में बिक्री बढ़कर सीधा 250-300 पहुंच जाती थी। जबकि लॉकडाउन में यह बिक्री गिरकर शून्य पहुंच गई थी। 2021 में हालात कुछ बदल गए है।

2019 में हर माह 140 गाड़ियों की बिक्री हो जाती थी, लेकिन कोरोना काल में कारोबार पूरी तरह चौपट हो गया था। अब गाड़ियों का उत्पादन कम होने से ग्राहकों को वेटिंग का सामना करना पड़ रहा है। इस बार 2020 की अपेक्षा कारोबार में 30-35 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। विपिन गुप्ता, जनरल मैनेजर, अकांक्षा ऑटोमोबाइल