लखनऊ: विद्युत संशोधन विधेयक पेश होने की दशा में कार्य बहिष्कार की चेतावनी

लखनऊ: विद्युत संशोधन विधेयक पेश होने की दशा में कार्य बहिष्कार की चेतावनी

लखनऊ। बिजली कर्मचारियों ने केन्द्र सरकार को चेतावनी दी है कि संसद के शीतकालीन सत्र में यदि विद्युत संशोधन विधेयक पेश किया गया तो देशभर के 15 लाख बिजली कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर पूरे दिन विरोध प्रदर्शन करेंगे। ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे ने शनिवार को कहा कि बिजली कर्मचारियों व …

लखनऊ। बिजली कर्मचारियों ने केन्द्र सरकार को चेतावनी दी है कि संसद के शीतकालीन सत्र में यदि विद्युत संशोधन विधेयक पेश किया गया तो देशभर के 15 लाख बिजली कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर पूरे दिन विरोध प्रदर्शन करेंगे।

ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे ने शनिवार को कहा कि बिजली कर्मचारियों व इंजीनियरों की राष्ट्रीय समन्वय समिति नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लॉइज एंड इंजीनियर्स ने निर्णय लिया है कि संसद के शीतकालीन सत्र में जिस दिन इलेक्ट्रिसिटी बिल 2021 रखा जाएगा। उसी दिन देश के 15 लाख बिजली कर्मचारी व इंजीनियर बिना और कोई नोटिस दिये कार्य बहिष्कार कर पूरे दिन विरोध प्रदर्शन करेंगे।

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उन्होंने कहा कि 15 दिसम्बर को दिल्ली में आयोजित विशाल सत्याग्रह में देश के सभी प्रान्तों के बिजली कर्मी शामिल होंगे। इसके पूर्व 8 दिसम्बर को सभी प्रान्तों की राजधानियों समेत सभी जिलों व परियोजनाओं पर विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिसिटी बिल 2021 के जरिये केंद्र सरकार बिजली वितरण का मुनाफे वाला क्षेत्र निजी घरानों को सौंपना चाहती है। जिससे सरकारी बिजली वितरण कंपनियों की वित्तीय हालात और खराब हो जाएगी। जिसका परिणाम अन्ततः आम उपभोक को भुगतना पड़ेगा। ज्यादा खबरों की जानकारी के लिए यह बी पढ़ें…

सीजनल हिन्दू बन गए हैं अखिलेश: स्वतंत्र देव सिंह

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार को कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव मौसमी बीमारी से ग्रसित हैं। जिसके प्रभाव के कारण वे सरकार के हर काम को खुद का काम बता रहे हैं। स्वतंत्र देव ने कहा “ अखिलेश को अब काशी विश्वनाथ कॉरिडोर भी अपना बनवाया लग रहा है कि, लेकिन वे भूल गए हैं कि उन्होंने केवल हज हाउस का ही फीता काटा था। मंदिर जाने वालों पर तो सपा सरकार ने गोलियां चलवाई थी।