लखनऊ: एटीएम में पैसे डालने वालों ने कर दी 76.26 लाख रुपये की हेराफेरी, दो गिरफ्तार

लखनऊ: एटीएम में पैसे डालने वालों ने कर दी 76.26 लाख रुपये की हेराफेरी, दो गिरफ्तार

लखनऊ। एटीएम में कैश डालने वाले कर्मचारियों ने लाखों रुपये की हेराफेरी कर दी। कैश वैन के कर्मचारियों ने बैंक से मिलने पैसों को एटीएम मशीनों में आधा डाला और बाकी आधा लेकर रफूचक्कर हो गये। विभूतिखंड पुलिस ने मामले में सीएमएस इकोसिस्टम कंपनी के कैश वैन कस्टोडियन अयोध्या इनायतनगर निवासी आदर्श पांडेय और वैन …

लखनऊ। एटीएम में कैश डालने वाले कर्मचारियों ने लाखों रुपये की हेराफेरी कर दी। कैश वैन के कर्मचारियों ने बैंक से मिलने पैसों को एटीएम मशीनों में आधा डाला और बाकी आधा लेकर रफूचक्कर हो गये। विभूतिखंड पुलिस ने मामले में सीएमएस इकोसिस्टम कंपनी के कैश वैन कस्टोडियन अयोध्या इनायतनगर निवासी आदर्श पांडेय और वैन चालक बीबीडी जगपाल खेड़ा निवासी पन्ना लाल यादव को शुक्रवार को चिनहट तिराहे के पास से गिरफ्तार किया। आदर्श के पास से 8.05 लाख रुपये और पन्ना के पास से 6.14 लाख रुपये बरामद हुए। इनके प्रतापगढ़ निवासी साथी अंबरीश मिश्र की तलाश की जा रही है।

एटीएम में डालने थे 1.97 करोड़, पर डाले सिर्फ 1,20,73,500 रुपये

मामले की जानकारी देते हुए विभूतिखंड के प्रभारी निरीक्षक डॉ. आशीष मिश्र ने बताया कि शहर में विभिन्न बैंकों के एटीएम मशीनों में कैश डालने वाली कंपनी सीएमएस इकोसिस्टम के मैनेजर अरिदमन सिंह की ओर से गत 5 अप्रैल 2022 को अपनी कंपनी के कर्मचारियों के खिलाफ 76 लाख 26 हजार 500 रुपये के गबन का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

आरोप था कि एटीएम में पैसे डालने के लिए बैंकों की ओर से कुल 1 करोड़ 97 लाख रुपये दिये गये थे। पर ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार एटीएम मशीनों में सिर्फ 1 करोड़ 20 लाख 73 हजार 500 रुपये ही डाले गए। शेष 76 लाख 26 हजार 500 रुपयो की हेराफेरी कर दी गई। प्राथमिकी में कैश वैन कस्टोडियन आदर्श पांडेय व अंबरीश मिश्र और चालक पन्ना लाल यादव के खिलाफ आरोप लगाया गया था।

पहले भी हो चुकी ऐसी घटना, इसलिए बेखौफ 36 एटीएम में डाले कम रुपये

पकड़े गए वैन कस्टोडियन आदर्श पांडेय ने बताया कि उन्हें करीब 100 एटीएम में पैसे डालने थे। पर उन लोगों ने 36 एटीएम में पांच सौ रुपये से लेकर 15 लाख रुपये तक कम कैश डाला। आरोपियों ने बताया कि बैंक में पूर्व में भी ऐसी घटना हो चुकी है, जिसकी प्राथमिकी कैसरबाग कोतवाली में दर्ज है। उस मामले में भी एजेंसी से कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। वहीं आरोपियों को पता था कि एटीएम में कैश डिपाजिट का उसी दिन ऑडिट नहीं होता, इसलिए आरोपियों के पास भागने का पूरा वक्त था।

हेराफेरी के पैसों से काट रहे थे अय्याशी, नई कार लेने निकले थे आरोपी

आरोपियों ने बताया कि हेराफेरी के इन पैसों से वे पिछले कई दिनों से जगह-जगह बदलकर होटलों में रह रहे थे। उन्होंने अय्याशी में लाखों रुपये उड़ा दिये। शुक्रवार को सुबह सभी एक ही साथ नई कार लेने के लिए निकले थे। चिनहट तिराहे के पास पेट्रोल पंप से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

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