लखनऊ: नई शिक्षा नीति को लागू करने में शिक्षकों की भूमिका अहम

लखनऊ: नई शिक्षा नीति को लागू करने में शिक्षकों की भूमिका अहम

लखनऊ। राजकीय महाविद्यालय शिक्षक संघ उप्र की ओर से रविवार को प्रेस क्लब में एक बैठक आयोजित की गई। उत्तर प्रदेश में स्थापित नई शिक्षा नीति के अनुरूप कॉलेजों में शैक्षिक वातावरण बनाने, इनोवेशन को बढ़ाना देने जैसे मुद्दों पर इसमें चर्चा हुई। ‘नई शिक्षा नीति एक समग्र अवलोकन’ जैसे मुख्य विषय के साथ विविध …

लखनऊ। राजकीय महाविद्यालय शिक्षक संघ उप्र की ओर से रविवार को प्रेस क्लब में एक बैठक आयोजित की गई। उत्तर प्रदेश में स्थापित नई शिक्षा नीति के अनुरूप कॉलेजों में शैक्षिक वातावरण बनाने, इनोवेशन को बढ़ाना देने जैसे मुद्दों पर इसमें चर्चा हुई। ‘नई शिक्षा नीति एक समग्र अवलोकन’ जैसे मुख्य विषय के साथ विविध विषयों पर यहां चर्चा हुई।

बैठक की अध्यक्षता संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेश कुमार राजपूत ने की व संचालन डॉ. संजीव राठौर ने किया। बैठक को सम्बोधित करते हुए डॉ. राजपूत ने कहा कि शिक्षक समाज का शिल्पी होता है। नई शिक्षानीति को धरातल पर लाने में शिक्षकों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

प्रवक्ता डॉ. राकेश जायसवाल ने कहा कि नई शिक्षानीति भारत और भारतीयता केन्द्रित राष्ट्र और समाज के संर्वांगीण विकास के लिए शोध अनुसंधान के साथ युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने वाली है। डॉ. संजीव राठौर, डॉ. धीरेन्द्र सिंह, डॉ. देवेन्द्र पाल, डॉ. अतुल पांडेय, डॉ. सुनीता कुमार, डॉ. मधुमिता गुप्ता आदि ने भी यहां अपने विचार रखे।

अब आनलाइन कर सकेंगे आवेदन

लखनऊ। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर 5 दिसंबर तक बढ़ाया गया विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान रविवार को समाप्त हो गया। प्रदेश भर में यह अभियान 1 से 30 नवंबर तक चलाया गया। इस दौरान मतदाता सूची में नाम जुड़वाने, नाम कटवाने से लेकर संशोधन का कार्य किया गया। अब मतदाता बनने के लिए आनलाइन आवेदन की सुविधा रहेगी। इसके अलावा आफलाइन आवेदन के लिए वीआरसी पर फार्म भरकर जमा कर सकेंगे। इन आवेदनों पर निर्वाचन आयोग के निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी।

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