लखनऊ: शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने भीख मांगकर दर्ज कराया अपना विरोध

लखनऊ: शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने भीख मांगकर दर्ज कराया अपना विरोध

लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद में खाली पड़े 1.37 लाख पदों को भरे जाने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन खुले आसमान के नीचें पिछले छह माह से जारी है। गर्मी के मौसम में शुरू हुआ ये प्रदर्शन अब सर्दी के मौसम में पहुंच चुका है, लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार इन अभ्यर्थियों का हल …

लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद में खाली पड़े 1.37 लाख पदों को भरे जाने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन खुले आसमान के नीचें पिछले छह माह से जारी है। गर्मी के मौसम में शुरू हुआ ये प्रदर्शन अब सर्दी के मौसम में पहुंच चुका है, लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार इन अभ्यर्थियों का हल नहीं निकाल पायी है। हालात ये हैं अभ्यर्थी कभी पुलिस की लाठी खा रहे हैं तो कभी पुलिस की धक्का मुक्की का भी शिकार हो रहे हैं।

काफी संख्या में अभ्यर्थियों ने रविवार को गोमती नगर स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क के सामने भीख मांग कर ​अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान पार्क आने वाले लोगों से भी अभ्यर्थियों ने मदद की गुहार लगायी। पहले तो लोग नहीं समझ पाये कि अभ्यर्थी ऐसा क्यों कर रहे हैं, लेकिन अभ्यर्थियों ने बताया कि वह पिछले छह माह से अपने हक की लड़ाई लड़ रहें हैं अब वह आर्थिक रूप से टूट चुके हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार से हम तब तक लड़ते रहेंगे जब तक हमारी मांग पूरी नहीं जाती है।

मंत्री और मुख्यमंत्री आवास घेरने पर मिली लाठियां

इन बीते छह में अभ्यर्थियों ने कई बार बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी, और मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के सरकारी आवास को घेरने का प्रयास किया है। जिसके चलते पुलिस की बर्बता का भी शिकार भी होना पड़ा है। इस स्थिति में अभ्यर्थी लगातार प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं, मंत्री को ट्वीट भी कर रहे हैं। इससे पहले अभ्यर्थी भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय पर भी प्रदर्शन और हंगामा कर चुके हैं। 68500 की रिक्त 22000 सीट 69000 शिक्षक भर्ती में जोड़ने की मांग कर रहे है।

परीक्षा में पास होने के बाद भी फेल करने का आरोप

अभ्यर्थियों का का आरोप है कि बेसिक शिक्षा विभाग की वर्तमान में चल रही सहायक अध्यापकों की 68,500 पदों की शिक्षक भर्ती में अब तक करीब 40,788 पदों पर भर्ती हुई हैं। इस तरह कुल 97 हजार के करीब पदों की भर्ती आती। मगर वर्तमान भर्ती में अब कई ऐसे अभ्यर्थी सामने आ रहे हैं, जिनको परीक्षा में क्वालिफाइड होने के बाद भी फेल कर दिया गया था।

मायावती का आश्वासन सरकार बनने पर करायेंगे भर्ती की जांच

अभ्यार्थियों हाल ही में बसपा प्रमुख मायावती से मुलाकात कर पूरी समस्या बतायी थी, तब मायावती ने कहा कि अगर उनकी सरकार आती है। तब पूरे मामले की जांच करायी जायेगी।

आरक्षण में खेल करने का आरोप

भर्ती में अनारक्षित की कट ऑफ 67.11 के नीचे 27 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए। ओबीसी वर्ग को इस भर्ती में 18598 में से मात्र 2637 सीट मिली हैं। उनका कहना है कि ओबीसी वर्ग को इस भर्ती में 27 प्रतिशत की जगह मात्र 3.86 प्रतिशत ही आरक्षण मिला है। वहीं, एससी वर्ग को इस भर्ती में 21 प्रतिशत की जगह महज 16.6 प्रतिशत ही आरक्षण मिला है। जो कि पूरी तरह गलत है।

अभ्यर्थियों की ये है मांग

अभ्यर्थियों का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जल्द जांच करवाकर चयन से बाहर हो गए पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं दी थी। यह भी आरोप है कि 69000 शिक्षक भर्ती में पिछड़े अभ्यर्थियों के लगभग 6000 पदों पर घोटाला हुआ है। साल 2019 में आयोजित इस भर्ती प्रक्रिया में कई लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जिनमें से करीब 1 लाख 40 हजार पास हुए. अभ्यर्थियों की मांग है कि 1,37,500 शिक्षक भर्ती मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन किया जाए. 68500 शिक्षक भर्ती की रिक्त 22000 सीटों को 69,000 शिक्षकों की भर्ती में जोड़ा जाए।

ये अभ्यर्थी हो चुके हैं बीमार

योगेश गुप्ता, विकास गुप्ता, अमन सिंह, आलोक पाण्डेय, सौरभ सिंह, नीलेश तिवारी, आशीष, बरनवाल, संतोष यादव, पवन दुबे, देवाशीष प्रजापति, सबा खातून, आकांक्षा सिंह, विजय श्री पाण्डेय,अजीत बाजपेयी।

निधि और सबा का दो माह चला इलाज

कानपुर निवासी निधि तिवारी लगातार प्रदर्शन करते हुए बीमार हुई तो दो माह तक इलाज चला है। वहीं संतकबीर नगर निवासी सबा खातून ने बताया कि वह पिछले दो माह से ​काफी बीमार हैं और अपने घर से इलाज कर रही हैं। पिता कैंसर की बीमारी से जूझ रहे हैं माता जी सिलाई करती हैं।

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