लखीमपुर-खीरी: पहाड़ों पर बारिश, तराई में नदियों ने बढ़ाई आफत

लखीमपुर-खीरी: पहाड़ों पर बारिश, तराई में नदियों ने बढ़ाई आफत

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। पहाड़ों पर हुई मूसलाधार बारिश से तराई की नदियों ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। शारदा, घाघरा नदी के साथ ही मोहाना नदी भी अपने उफान पर हैं। मोहाना नदी का पानी भारत-नेपाल सीमावर्ती कई गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे यह क्षेत्र बाढ़ की चपेट मे आ …

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। पहाड़ों पर हुई मूसलाधार बारिश से तराई की नदियों ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। शारदा, घाघरा नदी के साथ ही मोहाना नदी भी अपने उफान पर हैं। मोहाना नदी का पानी भारत-नेपाल सीमावर्ती कई गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे यह क्षेत्र बाढ़ की चपेट मे आ गया है। हालांकि गांवों से अब पानी कम होने लगा है, लेकिन रास्तों पर अब भी पानी चलने से आवागमन प्रभावित है।

भारत-नेपाल सीमा पर स्थित मोहना नदी बरसात में सीमावर्ती गांवों के लोगों के लिए आफत बन जाती है। पहाड़ों पर होने वाली भारी बरसात के कारण नदी के उफनाने से सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में आकर डूब जाते हैं। बहाव इतना तेज होता है कि संपर्क मार्ग आदि कटकर बह जाते हैं, जिससे आवागमन को लेकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पिछले साल मोहना नदी ने पुरबिया बस्ती, गंगानगर, रननगर सहित कई गांवों के दो दर्जन से अधिक घरों को कटान कर अपनी आगोश में ले लिया था। वहीं सैकड़ों एकड़ खड़ी फसल समेत खेत भी नदी में समा गए थे।

बरसात के समय हर साल क्षेत्र में तबाही मचाने वाली मोहाना नदी के कटान को रोकने के लिए सरकार ने बांध बनाए जाने का प्रोजेक्ट स्वीकृत किया था। इसके तहत मोहना नदी के किनारे बांध बनाए जाने से इस बार सीमावर्ती गांव पुरबिया बस्ती, गंगानगर, रननगर सहित कई गांव बाढ़ की चपेट में आने से बच गए हैं। हालांकि पिछले दिनों पहाड़ों पर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मोहना के साथ ही शारदा और घाघरा नदी भी उफान पर थीं।

मोहना नदी के उफनाने से ग्राम पंचायत खैरटिया के गांव नया पिंड, खैरटिया, चौगुर्जी सहित कई गांवों में पानी भर गया था। रास्तों पर भी कई फुट पानी चलने से लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने लगे थे। हालांकि तीसरे दिन गांवों में भरा पानी अब कम होने लगा है। इससे लोगों ने राहत की सांस ली है, लेकिन अभी भी रास्तों पर पानी भरा रहने के कारण लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

मोहाना नदी से 100 मीटर की दूरी पर है नया पिंड गांव
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित कोतवाली तिकुनियां क्षेत्र की ग्राम पंचायत खैरटिया का नया पिंड गांव मोहना नदी से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित है। इस गांव में महज 25 घर हैं। मोहाना नदी के उफनाने से फिलहाल गांव को आने-जाने वाले मार्ग पर पानी भरने से आवागमन अवरुद्ध हो गया है। ग्राम प्रधान परगट सिंह ने बताया ग्रामीणों को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। नाव की व्यवस्था की गई है। ग्रामीण अपनी जरूरत की चीजों को लेने के लिए दूर तक नहीं जा पा रहे हैं।

कटान पीड़ित 52 परिवारों को मिलेगा आवासीय पट्टा
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित पुरबिया बस्ती के कटान पीड़ित परिवारों के लिए यह अच्छी खबर है। उन्हें बसाने के लिए जमीन चिन्हित कर आवासीय पट्टा किया जाएगा। इसका लाभ कटान पीड़ित 52 परिवारों को मिलेगा। एसडीएम राजेश कुमार ने बताया कि कटान पीड़ितों को आवासीय पट्टे देने की कार्रवाई पूरी कर ली गई है। एक-दो दिन में सभी को आवासीय पट्टे के कागज देकर उन्हें चिन्हित स्थान पर बसाया जाएगा।

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