लखीमपुर-खीरी: एसआईटी ने घटना को वैसे दोहराया जैसे किसानों की कुचलकर हुई थी मौत

लखीमपुर-खीरी: एसआईटी ने घटना को वैसे दोहराया जैसे किसानों की कुचलकर हुई थी मौत

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। गुरुवार को स्पेशल जांच टीम तिकुनियां हिंसा कांड में रिमांड पर लिए गए मुख्य आरोपी आशीष समेत चारों आरोपियों को लेकर घटना स्थल पर पहुंची और तीन अक्तूबर को हुई घटना की सच्चाई जानने के लिए पूरी घटना को बिल्कुल वैसे ही दोहराया, जैसे हादसे के वक्त हुआ था। टीम ने तीन …

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। गुरुवार को स्पेशल जांच टीम तिकुनियां हिंसा कांड में रिमांड पर लिए गए मुख्य आरोपी आशीष समेत चारों आरोपियों को लेकर घटना स्थल पर पहुंची और तीन अक्तूबर को हुई घटना की सच्चाई जानने के लिए पूरी घटना को बिल्कुल वैसे ही दोहराया, जैसे हादसे के वक्त हुआ था। टीम ने तीन काले पुतले तैयार कराए। इस दौरान बेरिकेडिंग लगाकर घटना स्थल को सील कर दिया गया था। मौके पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे।

बुधवार को सीजेएम कोर्ट से आरोपी अंकितदास, उसके निजी गनर लतीफ उर्फ काले और चालक शेखर की तीन दिन की रिमांड मिलने के बाद गुरुवार की सुबह करीब 10ः15 स्पेशल जांच की टीम जिला कारागार पहुंची। टीम ने तीनों आरोपियों को जेल से अपनी अभिरक्षा में लिया और तीनों के लेकर पुलिस लाइन दफ्तर आई। जहां घटना का मुख्य आरोपी आशीष मिश्र पुलिस की कस्टडी में पहले ही मौजूद था। स्पेशल जांच टीम चारों आरोपियों को लेकर डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल के साथ तिकुनियां पहुंची।

जांच टीम के साथ फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम भी थी। यहां पर टीम ने मुख्य आरोपी आशीष मिश्र को गाड़ी में ही बैठाए रखा। अंकित दास, गनर लतीफ और फाच्यूनर चालक शेखर भारती को टीम घटना स्थल पर लेकर गई। इसके पहले स्पेशल जांच टीम के अधिकारियों ने घटना स्थल पर तीनों आरोपियों से पूछताछ की। उनसे यह जानने की कोशिश की कि घटना कब घटी। जिस वक्त घटना हुई। उस समय वह सभी कहां और कितनी दूरी पर थे। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों ने एक बार फिर मौके पर पूरा घटनाक्रम जाना। इसके बाद सीन रिक्रिएशन की तैयारी की गई।

सभी आरोपियों से घटना स्थल की निशानदेही कराई गई। पुलिस ने थार, स्कॉर्पियो और फॉच्र्यूनर तीन गाड़ियों का इंतजाम किया। पुलिस ने पुतले बनाए। टीम उन आरोपियों को उस जगह पर ले गई जहां वाहनों में आग लगाई गई थी और लोगों की मौत हुई थी। बनाए गए पुतलों के साथ कुछ लोगों को काले झंडों के साथ खड़ा किया गया था। उसके बाद टीम ने घटना स्थल को वैसे ही दोहराया जैसे तीन अक्तूबर को घटना हुई थी। सीन रिक्रिएशन से पहले मौके पर ही जांच टीम ने थार से प्रदर्शनकारियों को कुचलते दिखाई देने वाले वायरल हुए विडियो को भी दोबारा गौर से जांचा और परखा।

बता दें तीन अक्तूबर को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के गांव बनवीरपुर में दंगल प्रतियोगिता थी, जिसमें उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या को जाना था। हजारों की संख्या में किसान तीन कृषि कानून और केंद्रीय मंत्री की एक टिप्पणी से नाराज होकर काले झंडे लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बीच दोपहर बाद उपमुख्यमंत्री की अगवानी करने बेलरायां के क्लेशहरण तिराहा जा रही केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष की गाड़ी से कुचलकर चार किसानों की मौत हो गई थी। घटना ने हिंसा का रूप ले लिया था। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने थार और उसके पीछे चल रही फाच्यूरनर कार में आग लगा दी थी। तीन पत्रकारों समेत चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।

फोरेंसिक टीम ने भी जुटाए साक्ष्य
स्पेशल जांच टीम के साथ पहुंची फोरेंसिंक टीम के एक्सपर्ट ने घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए। मौके से एकत्र किए गए कुछ वैज्ञानिक साक्ष्यों को पुलिस विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ भेजकर जांच कराएगी, जिसकी जांच टीम ने कागजी तैयारी भी शुरू कर दी है।

घटना पर आरएफ सहित तैनात रहा भारी पुलिस बल
सीन रिक्रिएशन के दौरान सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। घटना स्थल पहले से ही येलो टेप लगाकर सुरिक्षत रखा गया था। टीम ने बेरिकेडिंग कर घटना स्थल के चारों तरफ का क्षेत्र पूरी तरह से सील कर दिया था। बेरडिकेडिंग पर आरएएफ के जवान और भारी पुलिस बल तैनात रहा। बेरीकेडिंग के एक तरफ से लेग पुलिस की इस कार्रवाई को देख रहे थे। मीडियाकर्मियों को भी बेरीकेडिंग के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई थी।

मंत्री पुत्र को बनवीरपुर ले जाकर की जांच
घटनास्थल पर सीन रिक्रिएशन कराने के बाद स्पेशल जांच टीम केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र घटना के मुख्य आरोपी आशीष मिश्र को लेकर बनवीरपुर गई। टीम ने उनकी राइस मिल, दंगल स्थल का निरीक्षण किया। मौके पर ही आशीष से टीम के सदस्य कई सवाल पूछेते नजर आए। यहां जांच पड़ताल करने के बाद जांच टीम चारों आरोपियों को लेकर जिला मुख्यालय रवाना हो गई।

आशीष की रिमांड का अंतिम दिन
लखीमपुर हिंसा मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्र की रिमांड का गुरुवार अंतिम दिन है। उनकी रिमांड शुक्रवार की सुबह 10 बजे समाप्त होगी, जबकि लखनऊ के कारोबारी अंकितदास, उनके निजी गनर लतीफ उर्फ काले और चालक शेखर भारती का रिमांड का पहला दिन है। यह तीनों आरोपी अभी दो दिन पुलिस की अभिरक्षा में रहेंगे।

स्पेशल जांच टीम से मिले शुभम के परिजन
शहर की गढ़ी रोड मोहल्ला बेगम बाग निवासी भाजपा कार्यकर्ता सुभम मिश्रा की तिकुनियां में हुई हिंसा के दौरान लाठियों से पीटकर हत्या कर दी गई थी। शुभम के चाचा अनूप मिश्रा परिवार के अन्य लोगों के साथ अपराध शाखा दफ्तर पहुंचे। उन्होंने स्पेशल जांच टीम से शुभम की हत्या करने वालों की गिरफ्तारी आदि को लेकर बातचीत की और हत्यारों को जल्द गिरफ्तार कर फांसी की सजा दिलाने की मांग की है।