लखीमपुर-खीरी: स्वास्थ्य विभाग ने शुरू किया संचारी रोग नियंत्रण अभियान

लखीमपुर-खीरी: स्वास्थ्य विभाग ने शुरू किया संचारी रोग नियंत्रण अभियान

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। जिले में डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। अक्टूबर माह में इन मामलों में हुई तेजी से वृद्धि ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ाई है। हालांकि मलेरिया के केसों में तो कमी आई है लेकिन डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों …

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। जिले में डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। अक्टूबर माह में इन मामलों में हुई तेजी से वृद्धि ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ाई है। हालांकि मलेरिया के केसों में तो कमी आई है लेकिन डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे है।

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार तो जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 24 ही है लेकिन असल स्थित इससे कहीं ज्यादा भयावह है। प्राइवेट अस्पतालों के आंकड़े स्वास्थ्य विभाग को न के बराबर ही मिलते है। इससे यह आंकड़ा पूरी तरह से सही नहीं कहा जा सकता है। हालांकि इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने रविवार से अभियान शुरू कर दिया है।

जिले में डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया सहित अन्य संचारी रोगों के लिए स्वास्थ्य विभाग 19 नवंबर तक अभियान चलाएगा। इस अभियान में उन बस्तियों को चिहिन्त किया जाएगा। योजना के अनुसार जहां से पिछले वर्ष अधिक रोगी निकले थे। उन बस्तियों पर अधिक जोर दिया जाएगा। इन बस्तियों में रहने वाले सभी लोगों की जांच की जाएगी। इतना नहीं जिन गली मोहल्लों में डेंगू के केस पाए जाएंगे उन पूरी बस्तियों में कई बार एंटी लारवा का छिड़काव कराया जाएगा।

इसके अलावा जहां इन रोगों के फैलने की ज्यादा अशंका होगी वहां भी कईबार एंटी लारवा का छिड़काव कराया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में नियमित फागिंग कराई जाएगी। मलेरिया की जांच के लिए भी प्रभावित बस्तियों में टीमें जाकर ऐसे लोगों के परिवार तथा पास पड़ोस में रहने वाले लोगों की जांच करेंगी। इस संबंध में सीएमओ डा शैलेंद्र भटनागर ने बताया कि डेंगू के मामले इधर बढ़ गए है। हालांकि पिछली बार की अपेक्षा अभी उतनी संख्या नहीं हुई है लेकिन प्रभावी नियंत्रण के लिए अभियान शुरू किया गया है।

सभी पीएचसी और सीएचसी पर भेजी गईं दवाएं
डेंगू और मलेरिया मच्छर जनित बीमारियां हैं लोगों को चाहिए कि मच्छरों से बचाव करें। मच्छरों से बचाव कर बीमारियों की चपेट में आने से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है स्वास्थ्य विभाग की टीमें इसके लिए लगा दी गई है। जहां से भी प्रभावित केस मिलेगा संबंधित पीएचसी और सीएचसी क्षेत्र के लोग वहां तत्काल जाकर वहां उपचार और रोकथाम के प्रयास शुरू कर देंगें। सभी पीएचसी और सीएचसी पर दवाएं भेज दी गई है।