कानपुर हिंसा : मोबाइल टावर के डाटा से खुला बड़ा राज़, इस बड़े हिस्ट्रीशीटर का निकला पाकिस्तानी कनेक्शन

कानपुर हिंसा : मोबाइल टावर के डाटा से खुला बड़ा राज़, इस बड़े हिस्ट्रीशीटर का निकला पाकिस्तानी कनेक्शन

कानपुर, अमृत विचार। कानपुर में बीते दिनों जुमे की नमाज़ के बाद हुई हिंसा और पत्थरबाज़ी का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि कानपुर के एक हिस्ट्रीशीटर के चैट बॉक्स में पकिस्तान का नंबर मिला है। जिसपर लगातार बात हो रही थी। पुलिस की जांच में हिस्ट्रीशीटर अतीक …

कानपुर, अमृत विचार। कानपुर में बीते दिनों जुमे की नमाज़ के बाद हुई हिंसा और पत्थरबाज़ी का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि कानपुर के एक हिस्ट्रीशीटर के चैट बॉक्स में पकिस्तान का नंबर मिला है। जिसपर लगातार बात हो रही थी।

पुलिस की जांच में हिस्ट्रीशीटर अतीक खिचड़ी का नाम सामने आया है जो पकिस्तान के नंबर के संपर्क में था। अतीक बवाल के बाद से फरार है। इसके साथ ही एसआईटी को उसका कनेक्शन बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा से भी मिल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार एसआईटी की जांच में अब तक दो बिंदु सामने आए हैं। पहला, उपद्रव की साजिश नूपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर भारत को दुनिया भर में बदनाम करने की थी। दूसरा, उपद्रव के पीछे स्थानीय कारण हिंदुओं की बस्ती चंद्रेश्वर हाता खाली कराना था। कुछ बिल्डरों की नजर इसपर है, लेकिन 19 दिन बाद नए तथ्य ने पुलिस की जांच की दिशा बदल दी है।

उपद्रव के बाद पुलिस नई सड़क के मोबाइल टॉवरों का डाटा खंगाल रही थी, उसमें सामने आया कि एक मोबाइल नंबर से उस वक्त पड़ोसी देश से बात चल रही थी। उसके बाद से वह नंबर लगातार बंद आ रहा है। पुलिस को चैटिंग का एक स्क्रीन शॉट भी मिला है, जो अतीक का बताया जा रहा है, जिसमें वह उसी पाकिस्तानी व्हाट्सप्प नंबर से चैट कर रहा है, जो डाटा फिल्टर के दौरान मिला था। चैट का स्क्रीन शॉट अतीक का है या नहीं इसकी जांच चल रही है।

पुलिस के अनुसार 40 वर्ष का अतीक खिचड़ी अपराधियों का गढ़ कहे जाने वाले गम्मू खां का हाता का रहने वाला है। अतीक कर्नलगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ कर्नलगंज थाने में एक दर्जन से ज़्यादा मुकदमे दर्ज हैं। अतीक का भाई अकील भी हिस्ट्रीशीटर है।

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