जलालाबाद: रामगंगा में ओवरलोड हुई नाव पलटी, हादसा बचा

जलालाबाद: रामगंगा में ओवरलोड हुई नाव पलटी, हादसा बचा

अमृत विचार, जलालाबाद। रामगंगा नदी में जलस्तर की बढ़ोत्तरी की आशंका से हटाए गए पैंटून पुल के कारण राहगीरों की जान खतरे में है। तीन दिन पहले छह जुलाई के बाद को नाव पलटी थी। शनिवार की शाम करीब साढ़े छह बजे फिर ओवरलोड होकर नाव पलट गई। नाव पर सवार सभी लोग साइकिल और …

अमृत विचार, जलालाबाद। रामगंगा नदी में जलस्तर की बढ़ोत्तरी की आशंका से हटाए गए पैंटून पुल के कारण राहगीरों की जान खतरे में है। तीन दिन पहले छह जुलाई के बाद को नाव पलटी थी। शनिवार की शाम करीब साढ़े छह बजे फिर ओवरलोड होकर नाव पलट गई। नाव पर सवार सभी लोग साइकिल और बाइक समेत कीमती सामान के साथ नदी में गिर गई। गनीमत रही कि सभी की एक दूसरे ने मदद कर बाहर निकाल लिया। दो बाइकों का पता नहीं लग सका, जिनकी तलाश की जा रही है।

बता दें कि कोलाघाट पर पक्का पुल बनाया गया था, जिससे बदायूं से शाहजहांपुर के कलान व मिर्जापुर को जोड़ते हुए यातायात सुचारु हो गया था। हजारों लोग नित्य इस पर यात्रा करते थे। 29 नवंबर 2021 को कोलाघाट के पक्के पुल का एक पिलर धंसने से यह क्षतिग्रस्त हो गया था। तबसे कोलाघाट पर बने पक्के पुल से आवागमन बंद हो गया है। क्षेत्रीय जनता और जिले के मिर्जापुर, कलान व बदायूं तक से आने वाले लोगों की परेशानी को देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने यहां पैंटून पुल बनवा दिया था।

छह जुलाई को जलस्तर में बढ़ोत्तरी देख पैंटून पुल को उखाड़ दिया गया। अब फिर हजारों लोगों के लिए एकमात्र नाव ही सहारा है। शनिवार को जलालाबाद की बाजार आदि से लोग शाम करीब साढ़े छह बजे नाव पर सवार हुए। नाव पर करीब 36 यात्री बाइक और साइकिल सहित अन्य समान लेकर सवार थे। बीच धारा में पहुंचकर नाव पलट गई, जिससे नदी में गिरे यात्रियों में चीख पुकार मच गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक एक दूसरे की मदद कर सभी यात्री नदी से निकल चुके थे।

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