केरल में पीएफआई की रैली में भड़काऊ नारेबाजी, पुलिस ने एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार

केरल में पीएफआई की रैली में भड़काऊ नारेबाजी, पुलिस ने एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार

अलप्पुझा। केरल के अलप्पुझा में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा आयोजित एक रैली में एक नाबालिग लड़के के कथित रूप से भड़काऊ नारे लगाने के मामले में पुलिस ने मंगलवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। इस घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। मामले को लेकर दायर प्राथमिकी …

अलप्पुझा। केरल के अलप्पुझा में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा आयोजित एक रैली में एक नाबालिग लड़के के कथित रूप से भड़काऊ नारे लगाने के मामले में पुलिस ने मंगलवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। इस घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। मामले को लेकर दायर प्राथमिकी में पीएफआई की अलाप्पुझा इकाई के जिला सचिव मुजीब और संगठन के सचिव नवास सहित अन्य पहचानने योग्य व्यक्तियों को नामजद किया गया है।

पुलिस ने को बताया, “फिलहाल हमने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। हम उससे पूछताछ कर रहे हैं। आगे की कार्रवाई इसके बाद की जाएगी।” विजय कुमार पीके की शिकायत के आधार पर दर्ज प्राथमिकी में पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और केरल पुलिस अधिनियम की विभिन्न धाराओं को शामिल किया है। पुलिस के मुताबिक, प्राथमिकी में आईपीसी की धारा 153-ए (धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना), 295-ए (किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर किया गया दुर्भावनापूर्ण कार्य), 505 (1) (बी) (सार्वजनिक शांति के खिलाफ कार्य), 505 (1) (सी), 505 (2) और 506 (आपराधिक धमकी) के अलावा केरल पुलिस अधिनियम की धारा 120 (ओ) शामिल की गई है।

गौरतलब है कि 21 मई को अलप्पुझा में पीएफआई द्वारा आयोजित “गणतंत्र बचाओ” रैली के दौरान एक व्यक्ति के कंधे पर बैठे एक लड़के का कथित रूप से भड़काऊ नारे लगाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। बच्चे द्वारा कथित भड़काऊ नारेबाजी की विभिन्न स्थानों पर आलोचना हो रही है। सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की युवा शाखा डीवाईएफआई ने आरोप लगाया कि नारेबाजी धर्मनिरपेक्ष केरल को विभाजित करने के सांप्रदायिक एजेंडे का हिस्सा है। वहीं, पीएफआई ने एक बयान जारी कर कहा है कि इस तरह के नारे संगठन की नीति के खिलाफ हैं और वह इस मामले को देखेगा।

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