5जी क्रांति..शुद्ध स्वदेशी: 5G इन डिजिटल इंडिया…अब कर लो मुट्ठी में दुनिया

5जी क्रांति..शुद्ध स्वदेशी: 5G इन डिजिटल इंडिया…अब कर लो मुट्ठी में दुनिया

नई दिल्ली। भारत के डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन और कनेक्टिविटी को नई ऊंचाइयों पर ले जाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रगति मैदान में हो रहे भारत में एशिया के सबसे बड़े टेक्नोलॉजी प्रदर्शनी इंडिया मोबाइल कांग्रेस में 5G सेवाओं का उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद …

नई दिल्ली। भारत के डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन और कनेक्टिविटी को नई ऊंचाइयों पर ले जाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रगति मैदान में हो रहे भारत में एशिया के सबसे बड़े टेक्नोलॉजी प्रदर्शनी इंडिया मोबाइल कांग्रेस में 5G सेवाओं का उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे। इंडिया मोबाइल कांग्रेस अक्टूबर1-4 तक चलेगा। लॉन्च के बाद लोगों का 5G सेवाओं का इंतजार खत्म हो गया। दो बड़ी मोबाइल कंपनियों ने देश में 5G सर्विसेस की शुरुआत की है। एयरटेल ने वाराणसी और जियो ने अहमदाबाद के एक गांव से 5G की शुरुआत की। इस दौरान उत्तर प्रदेश और गुजरात के मुख्यमंत्री मौजूद रहे। गौरतलब है, अगस्त में भारत की पहली 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए कुल ₹1.50 लाख करोड़ की बोलियां मिली थीं।

इवेंट में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, उनके बेटे आकाश अंबानी, भारती-एयरटेल के MD सुनील मित्तल और VI मोबाइल सर्विसेस के प्रमुख कुमार मंगलम बिरला भी शामिल थे।

5जी सेवाएं किन 13 शहरों में पहले होंगी शुरू?
भारत में 5जी सेवाएं सेवाएं शुरुआत में भारत के कुछ मेट्रो शहरों में उपलब्ध होंगी। यह सेवा पहले गुरुग्राम, बेंगलुरु, कोलकाता, मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुणे, चेन्नई, लखनऊ, चंडीगढ़, जामनगर और गांधीनगर में शुरू की जाएगी। अगले कुछ वर्षों में 5जी नेटवर्क देशभर में उपलब्ध हो जाएगा।

दुनिया को चलाता भारत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2022 में 5जी तकनीक की मदद से यूरोप में एक कार की टेस्ट ड्राइव ली। उन्होंने स्वीडन के एक इनडोर कोर्स में इस कार को रिमोट कंट्रोल से ऑपरेट किया। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पीएम के टेस्ट ड्राइव लेने की तस्वीर ट्वीट कर लिखा, दुनिया को चलाता भारत।

क्या बोले पीएम मोदी ?
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश की ओर से, देश की टेलीकॉम इंडस्ट्री की ओर से, 130 करोड़ भारतवासियों को 5G के तौर पर एक शानदार उपहार मिल रहा है। 5G, देश के द्वार पर नए दौर की दस्तक है। 5G, अवसरों के अनंत आकाश की शुरुआत है। मैं प्रत्येक भारतवासी को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। नया भारत, टेक्नॉलजी का सिर्फ़ consumer बनकर नहीं रहेगा बल्कि भारत उस टेक्नॉलजी के विकास में, उसके implementation में active भूमिका निभाएगा। भविष्य की wireless टेक्नॉलजी को design करने में, उस से जुड़ी manufacturing में भारत की बड़ी भूमिका होगी। 2G, 3G, 4G के समय भारत टेक्नॉलजी के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहा। लेकिन 5G के साथ भारत ने नया इतिहास रच दिया है। 5G के साथ भारत पहली बार टेलीकॉम टेक्नॉलजी में global standard तय कर रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि Digital India की बात करते हैं तो कुछ लोग समझते हैं ये सिर्फ एक सरकारी योजना है। लेकिन Digital India सिर्फ एक नाम नहीं है, ये देश के विकास का बहुत बड़ा vision है। इस vison का लक्ष्य है उस technology को आम लोगों तक पहुंचाना जो लोगों के लिए काम करे, लोगों के साथ जुड़कर काम करे।

पीएम मोदी ने कहा कि हमने 4 Pillars पर, चार दिशाओं में एक साथ फोकस किया। पहला, डिवाइस की कीमत दूसरा, डिजिटल कनेक्टिविटी, तीसरा, डेटा की कीमत चौथा, और सबसे जरूरी, ‘digital first’ की सोच। 2014 में जीरो मोबाइल फोन निर्यात करने से लेकर आज हम हजारों करोड़ के मोबाइल फोन निर्यात करने वाले देश बन चुके हैं। स्वाभाविक है इन सारे प्रयासों का प्रभाव डिवाइस की कीमत पर पड़ा है। अब कम कीमत पर हमें ज्यादा फीचर्स भी मिलने लगे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि जैसे सरकार ने घर-घर बिजली पहुंचाने की मुहिम शुरू की। जैसे हर घर जल अभियान के जरिए हर किसी तक साफ पानी पहुंचाने के मिशन पर काम किया। जैसे उज्जवला योजना के जरिए गरीब से गरीब आदमी के घर में भी गैस सिलेंडर पहुंचाया। वैसे ही हमारी सरकार Internet for all के लक्ष्य पर काम कर रही है।

पीएम मोदी ने कहा कि एक वक्त था जब इलीट क्लास के कुछ मुट्ठी भर लोग गरीब लोगों की क्षमता पर संदेह करते थे। उन्हें शक था कि गरीब लोग डिजिटल का मतलब भी नहीं समझ पाएंगे। लेकिन मुझे देश के सामान्य मानवी की समझ पर, उसके विवेक पर, उसके जिज्ञासु मन पर हमेशा भरोसा रहा है। सरकार ने खुद आगे बढ़कर digital payments का रास्ता आसान बनाया। सरकार ने खुद ऐप के जरिए citizen-centric delivery service को बढ़ावा दिया। आज टेलीकॉम सेक्टर में क्रांति जो देश देख रहा है वो इस बात का सबूत है कि अगर सरकार सही नीयत से काम करे तो नागरिकों की नीयत बदलने में देर नहीं लगती है। 2G की नीयत और 5G की नीयत में यही फर्क है।

पीएम मोदी ने कहा कि बात चाहे किसानों की हो, या छोटे दुकानदारों की, हमने उन्हें ऐप के जरिए रोज की जरूरतें पूरी करने का रास्ता दिया। आज हमारे छोटे व्यापारी हों, छोटे उद्यमी हों, लोकल कलाकार और कारीगर हों, डिजिटल इंडिया ने सबको मंच दिया है, बाजार दिया है। आज आप किसी लोकल मार्केट में या सब्जी मंडी में जाकर देखिए, रेहड़ी-पटरी वाला छोटा दुकानदार भी आपसे कहेगा, कैश नहीं ‘UPI’ कर दीजिए। हमारी सरकार के प्रयासों से भारत में डेटा की कीमत बहुत कम बनी हुई है। ये बात अलग है कि हमने इसका हल्ला नहीं मचाया, बड़े-बड़े विज्ञापन नहीं दिए। हमने फोकस किया कि कैसे देश के लोगों की सहूलियत बढ़े, Ease of Living बढ़े।

BSNL के 5G पर क्या बोले मंत्री अश्विनी वैष्णव ?
केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 5G सेवाओं से कई क्षेत्रों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, लॉजिस्टिक्स, बैंकिंग में मूलभूत परिवर्तन आएगा और नई संभावना पैदा होंगी। डिजिटल क्षमताएं को बीच में रखकर उसके चारों तरफ नई सेवाएं बनेंगी। देश के कोने-कोने में अगले कुछ महीनों में 5G सेवा उपलब्ध होनी शुरू होगी। अगले 6 महीने में कम से कम 200 से अधिक शहरों में इसके साथ-साथ कई कस्बों और गांवों में भी 5G सेवा शुरू होगी। कोशिश रहेगी कि अगले 2 वर्षों में देश के 80-90% इलाकों में 5G सेवा उपलब्ध हो। BSNL भी अगले वर्ष 15 अगस्त के आसपास भारत में निर्मित 5G सेवा शुरू करेगा। 5G से स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा क्षेत्र को सबसे ज्यादा फायदा होगा।

क्या बोले मुकेश अंबानी?
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि मेरे विचार से 5G वह मूलभूत तकनीक है जो 21वीं सदी की अन्य तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, ब्लॉकचैन और मेटावर्स की पूरी क्षमता को अनलॉक करने में मदद करेगी। मुकेश अंबानी ने कहा कि 5G डिजिटल कामधेनु है। इस तकनीक से भारतीयों की जिंदगी में हेल्थ, वेल्थ और हैप्पीनेस आएगी। इससे किफायती हेल्थकेयर सर्विस देना संभव होगा। अंबानी ने कहा कि JIO के जरिए दिसंबर तक देश के हर कोने में 5G सर्विस पहुंचा दी जाएगी। वहीं, भारती-एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने दिल्ली, मुंबई और वाराणसी समेत देश के आठ शहरों में आज से ही 5G सर्विस देने का ऐलान किया। एक नए युग की शुरुआत होने पर देश को बधाई। हम सभी को प्रेरित करने और हमें यह डिजिटल विजन देने के लिए मैं प्रधानमंत्री का आभारी हूं।

क्या बोले सुनील भारती ?
सुनील भारती मित्तल (भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक-अध्यक्ष) ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण दिन है। एक नए युग की शुरुआत होने वाली है। यह शुरुआत आजादी के 75वें वर्ष में हो रही है और देश में एक नई जागरूकता, ऊर्जा की शुरुआत करेगी। यह लोगों के लिए कई नए अवसर खोलेगा।

क्या बोले कुमार मंगलम बिड़ला?
बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि वोडाफोन-आइडिया ने काफी तैयारी की हैं। हमारा नेटवर्क 5G के लिए तैयार है। यह सिर्फ एक नई टेक्नोलॉजी नहीं है यह एक क्रांति है इसलिए हमारी कोशिश रहेगी की हम इसका हिस्सा बने।

क्या बोले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ?
वाराणसी में 5G सेवाओं और इंडिया मोबाइल कांग्रेस के उद्घाटन पर यूपी के CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सब PM मोदी के आभारी हैं जिन्होंने डिजिटल इंडिया की इस 5th जनरेशन की सुविधा से देश का जोड़ा है और काशी को भी जोड़ा है। मैं उन्हें धन्यवाद करता हूं।

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इंडिया मोबाइल कांग्रेस को एशिया में सबसे बड़ा टेलीकॉम, मीडिया और टेक्नोलॉजी फोरम माना जाता है। इसे संयुक्त तौर पर डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम्युनिकेशंस (DoT) और सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) आयोजित करते हैं।

मोदी ने 5G के यूज केस देखे
जियो ने अपने डेमो में 4 स्कूलों को एक साथ जोड़ा। मुंबई के एक स्कूल के शिक्षक ने तीन अलग-अलग स्थानों के छात्रों को पढ़ाया। अहमदाबाद के रोपड़ा प्राइमरी स्कूल की एक स्टूडेंट से पीएम ने बात की। वोडाफोन आइडिया ने 5G की मदद से दिल्ली मेट्रो की एक निर्माणाधीन सुरंग में कामगारों की सुरक्षा का यूज केस डेमोंस्ट्रेट किया। टनल में काम कर रहे लोगों से भी पीएम मोदी ने बात की। एयरटेल अपने डेमो में उत्तर प्रदेश की स्टूडेंट्स को शामिल किया। स्टूडेंट्स को वर्चुअल और ऑगमेंटेड रियल्टी की मदद से सोलर सिस्टम के बारे में पढ़ाया गया। वो स्टूडेंट होलोग्राम के माध्यम से मंच पर उपस्थित होकर अपने लर्निंग एक्सपीरिएंस को पीएम के साथ शेयर किया।

जियो, वोडोफोन और एयरटेल ने लाइव डेमो दिया
भारत में 5G टेक्नोलॉजी की क्षमता दिखाने के लिए देश के तीन प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटरों ने प्रधानमंत्री के सामने एक-एक यूज केस का डेमोंसट्रेशन दिया। प्रधानमंत्री ने जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के पवेलियन को विजिट किया।

उन्होंने जियो पवेलियन में प्रदर्शित ट्रू 5G डिवाइसेज को देखा और जियो ग्लास के माध्यम से यूज केसेज को एक्सपीरियंस किया। उन्होंने युवा जियो इंजीनियरों की एक टीम से एंड-टू-एंड 5G तकनीक के स्वदेशी विकास को समझा। उन्हें बताया गया कि कैसे 5G शहरी और ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा के बीच की खाई को पाटने में मदद कर सकता है।

जानकारों का कहना है कि 5G टेक्नोलॉजी आने से भारत को बड़ा फायदा होगा। मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर्स का प्रतिनिधित्व करने वाली वैश्विक औद्योगिक संस्था का अनुमान है कि साल 2023 और 2040 के बीच इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को 36.4 ट्रिलियन रुपए या 455 अरब डॉलर का फायदा होने की उम्मीद है।

इस कार्यक्रम में भारत में तीन प्रमुख टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर – रिलायंस जियो, वोडाफोन आइडिया (वीआई), और एयरटेल – भारत में 5G टेक्नोलॉजी की क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए तकनीकी डेमो भी दिखाएंगे। यह उपभोक्ताओं के लिए सिर्फ एक मोबाइल नेटवर्क से कहीं अधिक है। 5G ऐसे कई उपयोग के मामलों को सक्षम कर सकता है जो वायरलेस नेटवर्क के साथ पहले कभी संभव नहीं थे।

किन शहरें में सबसे पहले मिलगी सुविधा?
भारत में 5G रोलआउट का पहला चरण 13 प्रमुख शहरों- अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, जामनगर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और पुणे में होगा। वहीं टेलीकॉमटॉक ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि 5G गेम चेंजर होने वाला है, लेकिन यह देश के सभी यूजर्स के लिए धीरे-धीरे आएगा। Jio की शुरुआत चार जगहों- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई से होगी। इसके लॉन्च के बाद, दिल्ली के कुछ हिस्सों में उपयोगकर्ता 5G का उपयोग कर सकेंगे। दिल्ली में हर उपयोगकर्ता और उपरोक्त शहरों पूरी तरह से 5G स्पीड मिलने में थोड़ा समय लगेगा। यही कारण है कि भले ही दूरसंचार कंपनियां 5G टैरिफ लॉन्च करती हैं, लेकिन वे 4G टैरिफ से बहुत अलग नहीं होंगी। या ऐसी संभावना हो सकती है कि 5G को 4G प्लान के साथ ही पेश किया जाएगा। यह सिर्फ इस बात पर भी निर्भर हो सकता है कि उपभोक्ता कहां है और उसे किस तरह का नेटवर्क कवरेज मिल रहा है।

पूरे भारत में कब तक मिलेगी 5G सुविधा?
कथित तौर पर रिलायंस जियो का लक्ष्य दुनिया में सबसे तेज 5G रोलआउट करना है। कंपनी ने खुलासा किया है कि वह 2023 के अंत तक पूरे भारत में 5G कवरेज की पेशकश करने की योजना बना रही है। इसी तरह, एयरटेल का लक्ष्य 2024 तक अखिल भारतीय कवरेज प्रदान करना है। इस बीच, वीआई अपने 5G रोलआउट को ग्राहक की मांग, कॉम्पीटिशन जैसे अन्य कारणों पर आधारित करेगा। कंपनी की निकट भविष्य में अपने नेटवर्क प्लान की टैरिफ दरों में वृद्धि करने की भी योजना है।

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4G की तुलना में कितनी तेज होगी 5G की स्पीड?
एक हालिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारतीय उपभोक्ता 5G अपग्रेड के लिए 45 प्रतिशत तक प्रीमियम देने को तैयार हैं। कहा जा रहा है कि देश में 5G-रेडी स्मार्टफोन वाले 100 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं। 5G तकनीक के मौजूदा 4G कनेक्टिविटी से करीब 10 गुना तेज होने की उम्मीद है।

5G से किन क्षेत्रों में मिलेगा फायदा?
इसके लो लैटेंसी रेट से माइनिंग, वेयरहाउसिंग, टेलीमेडिसिन और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों को लाभ होने की संभावना है। इसे अत्यधिक विश्वसनीय और एनर्जी-एफिशियंस भी कहा जा रहा है, जो शिक्षा और स्कील डेवलपमेंट में वर्चुअल रियलिटी/ ऑगमंटेड रियलिटी का उपयोग करने के लिए आदर्श हो सकती है। कहा जा रहा है कि 5G कनेक्टिविटी हाई स्पीड पर हाई क्वालिटी वाली वीडियो सर्विस लाती है। इस तकनीक का उपयोग आपदाओं की वास्तविक समय की निगरानी और ड्रोन-खेती में भी किया जा सकता है।

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