ऐसे दूर होगी सल्फर की कमी और बढ़ेगी फसलों की पैदावार,जानें विशेषज्ञों की राय

ऐसे दूर होगी सल्फर की कमी और बढ़ेगी फसलों की पैदावार,जानें विशेषज्ञों की राय

Agriculture Tips: फसल की अच्छी उपज के लिए हम उर्वरक का इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि बिना उर्वक के फसल की अच्छी उपज होना मुश्किल है। ऐसे में खेती के लिए सबसे बड़ी जरूरत सही उर्वरक का चयन है। अधिक उत्पादन के चक्कर में रासायनिक उर्वरकों के अत्याधिक प्रयोग से न केवल पैदावार, बल्कि लोगों की …

Agriculture Tips: फसल की अच्छी उपज के लिए हम उर्वरक का इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि बिना उर्वक के फसल की अच्छी उपज होना मुश्किल है। ऐसे में खेती के लिए सबसे बड़ी जरूरत सही उर्वरक का चयन है। अधिक उत्पादन के चक्कर में रासायनिक उर्वरकों के अत्याधिक प्रयोग से न केवल पैदावार, बल्कि लोगों की सेहत भी बिगाड़ रही है। अगर समय रहते किसानों ने इन उर्वरकों का प्रयोग बंद नहीं किया तो यह मिट्टी पूरी तरह पौधों की अच्छी पैदावार के बजाय उसकी सेहत बिगाड़ देगी।

सल्फर कम होने से पौधों की पत्त्तियों के साथ ही उसकी टहनियां पीले रंग में बदल जाएगी। इसके साथ ही धीरे-धीरे पत्तियां सफेद होती जाएंगी। सल्फर की कमी से पौधों की बढ़त तो कम होगी ही साथ ही नई पत्तियां भी नहीं निकलतीं। नई पत्तियां न आने पर उनकी हरियाली गायब हो जाती है। यहां सल्फर की मात्रा दस पीपीएम से कम हो गई है, जो कम से कम 15 पीपीएम होनी चाहिए।

उप कृषि निदेशक डॉ.सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि काकोरी के अलावा चिनहट, माल और मलिहाबाद के किसानों को सलाह दी गई है कि किसान मिट्टी में जिप्सम का प्रयोग करें। गोबर से बनी खाद का प्रयोग करने के साथ ही हरी खाद भी मिट्टी की सेहत सुधार देगी। कीटनाशकों के साथ ही रासायनिक उर्वरकों का किसान कम से कम प्रयोग करें। इसके अलावा मिट्टी का समय-समय पर परीक्षण कराते हैं।

जिला कृषि अधिकारी ओपी मिश्रा ने बताया कि मिट्टी की सेहत ठीक है कि नहीं इसके लिए किसानों को हर फसल के बाद परीक्षण कराना चाहिए। मिट्टी में पाए जाने वाले प्रमुख पोषक तत्वों में नत्रजन, फास्फेट और पोटाश की सही मात्रा की जानकारी हो जाती है।

इसके साथ ही सूक्ष्म पोषक तत्व, जो पौधों की बढ़त में अपनी भूमिका निभाते हैं उनकी जानकारी भी मृदा परीक्षण से प्राप्त की जा सकती है। जिन तत्वों की मात्रा कम है उन्हें समय रहते जैविक उर्वरकों के इस्तेमाल से सही की जा सकती है।

सल्फर का उपयोग

  • सल्फर का उपयोग सभी फसलों के लिए लाभदायी होता है।
  • तिलहनी फसलों में तेल की मात्रा का प्रतिशत बढ़ाता है।
  • सल्फर मिट्टी की उर्वरा शक्ति के साथ–साथ कीटनाशक, पौधों के लिए टॉनिक का काम भी करता है।
  • पौधों में एंजाइमों की क्रियाशीलता को बढ़ता है।
  • तम्बाकू, सब्जियों एवं चारे वाली फसलों की गुणवत्ता को बढ़ाता है।
  • आलू में पाये जाने वाले स्टार्च की मात्रा को बढ़ता है।