वैश्विक महामारी में शिक्षिका ने छात्रों के घर जाकर जगाई शिक्षा का अलख

वैश्विक महामारी में शिक्षिका ने छात्रों के घर जाकर जगाई शिक्षा का अलख

चेन्नई। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रसार को रोकने के लागू लॉकडाउन के कारण स्कूलों के बंद होने से छात्रों के लिए घर में कैद रहना किसी कठिन परीक्षा से कम नहीं है ऐसे में एक शिक्षिका ने छात्रों को घर-घर जाकर शिक्षा का अलख जगाये रखने की अनूठी मिसाल पेश की है। कोरोना …

चेन्नई। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रसार को रोकने के लागू लॉकडाउन के कारण स्कूलों के बंद होने से छात्रों के लिए घर में कैद रहना किसी कठिन परीक्षा से कम नहीं है ऐसे में एक शिक्षिका ने छात्रों को घर-घर जाकर शिक्षा का अलख जगाये रखने की अनूठी मिसाल पेश की है। कोरोना संक्रमण के मामले देश भर में दूसरे स्थान चल रहे राज्य तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी ने भी शिक्षिका की इस अनोखी पहल की सराहना की है। वह शिक्षिका भी अब सुर्खियों में आ गयी है।

कुड्डालोर जिले के पनरूती प्रखंड के नदुवीरापत्तु गांव के एक तमिल शिक्षक कोरोना वायरस के बावजूद रोजाना छात्रों से उनके घर पर जाकर उन्हें पढ़ाती हैं। नदुवीरापत्तु सरकारी उच्च माध्यमिक स्कूल की तमिल शिक्षिका 49 वर्षीय महालक्ष्मी ने दसवीं के छात्रों को घर-घर जाकर पढ़ाती हैं ताकि वे इस संकट की घड़ी में अपने पाठ्यक्रम को पूरा कर सकें।

उन्होंने कहा कि जिन छात्रों को 10वीं कक्षा में पदोन्नत किया गया है और वे अगले साल मार्च में बोर्ड परीक्षा देंगे, ऐसे में उन्हें स्कूल के बंद रहने से परेशान या हताश नहीं होना चाहिए। वैसे क्लास ऑनलाइन लिये जा रहे हैं लेकिन गरीब पृष्ठभूमि के छात्र ऑनलाइन पढ़ाई से वंचित हो रहे हैं क्योंकि उनके पास स्मार्ट फोन नहीं है। ऐसी स्थिति को देखते हुए महालक्ष्मी ने नायाब तरीका ढूंढा और गरीब छात्रों को उनके घर जाकर पढ़ाने का सिलसिला शुरू किया।

पिछले एक महीने से महालक्ष्मी का अनूठा अभियान जारी है जिससे छात्रों को भी आगामी परीक्षा की तैयारियों में काफी सहूलियत हो रही है। करीब 25 साल से अधिक का अनुभव रखने वाली महालक्ष्मी किताबों से हटकर विल्लु पातु (लोक संगीत) और यू- ट्यूब वीडियो के जरिये छात्रों को शिक्षित करने में जुटी हुई हैं।

वह छात्रों के माता-पिता से भी बात करती हैं और उन्हें छात्रों को घरेलु काम नहीं लेने की भी सलाह देती हैं क्योंकि यह छात्रों को शैक्षणिक और मनोवैज्ञानिक रूप से प्रभावित करेगा। इस बीच, मुख्यमंत्री ने भी महालक्ष्मी के लॉकडाउन के दिनों में भी निरंतर सेवा की सराहना की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा,“छात्रों के हितों को सर्वाेपरि मानते हुए उनके घर जाकर शिक्षा देने के तमिल शिक्षिका महालक्ष्मी को उनकी सेवा के लिए मेरी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।”

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