नवरात्रि विशेष: महिला अस्पताल की सीएमएस डा. उषा जंगपांगी के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाओं के हुए प्रसव

नवरात्रि विशेष: महिला अस्पताल की सीएमएस डा. उषा जंगपांगी के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाओं के हुए प्रसव

हल्द्वानी, अमृत विचार। नवरात्र के पावन अवसर पर उन महिलाओं को याद करना जरूरी है जिनके हाथों में महिलाओं के स्वास्थ्य का जिम्मा है। महिला अस्पताल की सीएमएस डा. उषा जंगपांगी यह जिम्मेदारी बखूबी निभा रहीं हैं। कोरोनाकाल में उनकी यह जिम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ जाती है। डा. जंगपांगी ने कोरोना की पहली लहर …

हल्द्वानी, अमृत विचार। नवरात्र के पावन अवसर पर उन महिलाओं को याद करना जरूरी है जिनके हाथों में महिलाओं के स्वास्थ्य का जिम्मा है। महिला अस्पताल की सीएमएस डा. उषा जंगपांगी यह जिम्मेदारी बखूबी निभा रहीं हैं। कोरोनाकाल में उनकी यह जिम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ जाती है।

डॉ. उषा जंगपांगी।

डा. जंगपांगी ने कोरोना की पहली लहर के दौरान अस्पताल के सीमएस की जिम्मेदारी निभाना शुरू किया था। जब वह अस्पताल की सीएमएस बनीं थीं तब लॉकडाउन हट गया था और कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी होना शुरू हो गई थी। ऐसे में कई गर्भवती महिलाएं भी कोरोना पॉजिटिव थीं। जिनके प्रसव अस्पताल में करवाए गए। कोरोना की दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर के दौरान उनकी जिम्मेदारी और बढ़ गई। कोरोना की दूसरी लहर जब चरम पर थी तब अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को बनाए रखना बड़ी चुनौती थी लेकिन डा. उषा ने अपनी इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया और स्टॉफ के साथ सामंजस्य बनाकर सेवाएं जारी रखीं।

इस दौरान अस्पताल में मां और बच्चों के टीकाकरण की जिम्मेदारी भी चलती रही। बाद में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण शुरू हुआ तब अस्पताल में स्टॉफ की कमी भी आड़े आए। इसके बाद भी गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण का जारी रखा गया। उल्लेखनीय है कि राजकीय महिला अस्पताल कुमाऊं के प्रमुख महिला अस्पतालों में है। इसलिए अस्पताल की कोरोना के दौरान भूमिका और बढ़ गई है।

खतरनाक होता है कोरोना पॉजिटिव महिला का प्रसव कराना
कोरोनाकाल में कोरोना पॉजिटिव महिला का प्रसव कराना किसी खतरे से खाली नहीं होता है। प्रसव कराने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के कोरोना पॉजिटिव होने का पूरा खतरा होता है। इसके बावजदू हमारे स्वास्थ्यकर्मी अपनी भूमिका अच्छे से निभा रहे हैं और कोरोनाकाल में भी लोगों के घरों में किलकारी गूंजवानें में मदद कर रहे हैं।

काम ही जीवन का आधार है: डा. उषा
सीएमएस डा. उषा जंगपांगी का कहना है कि ईमानदारी के साथ काम करना ही जीवन का आधार है। वह अपने स्टॉफ को भी यही बात समझातीं हैं। यह सही है कि आज कि कोरोना का समय चल रहा है लेकिन स्वास्थकर्मियों के पास ही इससे लड़ने की बड़ी जिम्मेदारी है।