संगरूर उपचुनाव में जनादेश को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं: भगवंत मान

संगरूर उपचुनाव में जनादेश को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं: भगवंत मान

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने संगरूर लोकसभा उपचुनाव में राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) की करारी हार के बीच रविवार को कहा कि वह जनता के फैसले को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं। मान ने इसके साथ ही इस बात पर जोर भी दिया कि वह राज्य की प्रगति और समृद्धि के …

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने संगरूर लोकसभा उपचुनाव में राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) की करारी हार के बीच रविवार को कहा कि वह जनता के फैसले को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं। मान ने इसके साथ ही इस बात पर जोर भी दिया कि वह राज्य की प्रगति और समृद्धि के लिए कड़ी मेहनत करना जारी रखेंगे। आप के वरिष्ठ नेता मलविंदर सिंह कांग ने कहा कि उपचुनाव में पार्टी के उम्मीदवार की हार के पीछे कम मतदान एक प्रमुख कारण है।

कांग्रेस और भाजपा सहित आप के प्रतिद्वंद्वियों ने भी कहा कि वे जनादेश को स्वीकार करते हैं। उन्होंने हालांकि, पंजाब विधानसभा चुनावों में शानदार जीत हासिल करने के तीन महीने के भीतर ही सत्ताधारी पार्टी की उसके गढ़ में हार के लिए उस पर निशाना साधा। चुनाव परिणाम के बाद मुख्यमंत्री मान ने ट्वीट किया, ‘‘मैं संगरूर के लोगों द्वारा दिए गए फैसले को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूं।

मैं पंजाब की प्रगति और समृद्धि के लिए दिन-रात ईमानदारी से काम कर रहा हूं और कड़ी मेहनत करता रहूंगा। मैं आपका बेटा हूं और आपके परिवारों के भविष्य को उज्ज्वल करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। आप की पंजाब इकाई के मुख्य प्रवक्ता कांग ने शिअद (अमृतसर) उम्मीदवार सिमरनजीत सिंह मान को उनकी जीत पर बधाई दी। सिमरनजीत सिंह मान ने आप उम्मीदवार गुरमेल सिंह को 5,822 मतों के अंतर से हराया।

कांग ने कहा कि पार्टी संगरूर उपचुनाव के परिणाम को बहुत गंभीरता से ले रही है और इसकी समीक्षा करेगी। पार्टी के एक बयान के अनुसार, उन्होंने उपचुनाव में कम मतदान को आप की हार का एक प्रमुख कारण बताया। कांग ने कहा कि संगरूर में धान की बुवाई चल रही है और भीषण गर्मी के बीच बड़ी संख्या में लोगों ने वोट नहीं डाला। संगरूर लोकसभा उपचुनाव में 2019 के लोकसभा चुनाव में 72.44 प्रतिशत मतदान के मुकाबले 45.30 प्रतिशत मतदान हुआ।

कांग ने कहा, हम इस चुनाव से सीखेंगे और लोगों के कल्याण के लिए और अधिक मेहनत से काम करेंगे। हम मजबूती से वापसी करेंगे।’ उन्होंने दावा किया, इस चुनाव में आप की वोट हिस्सेदारी 2019 के लोकसभा चुनावों की तुलना में केवल 2 प्रतिशत कम हुई है जबकि शिरोमणि अकाली दल, कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवार संगरूर उपचुनाव में अपनी जमानत बचाने में भी विफल रहे।’’ आप के वरिष्ठ नेता राघव चड्ढा ने कहा, हम संगरूर के फैसले को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं। हम निश्चित रूप से कड़ी मेहनत करेंगे।

चड्ढा ने ट्वीट किया, ‘‘आप ने अपनी वोट हिस्सेदारी 37 प्रतिशत से 35 प्रतिशत तक मामूली गिरावट के साथ बरकरार रखी, अन्य सभी दलों कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल और भाजपा की जमानत जब्त हो गई। वोट हिस्सेदारी: शिरोमणि अकाली दल 24 प्रतिशत से 6 प्रतिशत, कांग्रेस 27 प्रतिशत से 11 प्रतिशत। अन्य का नुकसान सिमरनजीत मान का लाभ बन गया।’’

आधिकारिक आंकड़े के अनुसार सिमरनजीत सिंह मान को 2,53,154 वोट मिले, जबकि गुरमेल सिंह को 2,47,332 वोट मिले। कांग्रेस प्रत्याशी दलवीर सिंह गोल्डी, भाजपा के केवल ढिल्लों और शिअद की कमलदीप कौर राजोआना क्रमश: तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर रहीं। चुनाव परिणाम के अनुसार गोल्डी को 79,668, ढिल्लों को 66,298 और कौर को 44,428 वोट मिले।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, पंजाब में भगवंत मान और आप को उनके गढ़ संगरूर से जोरदार झटका एक अनुस्मारक है कि जनसंपर्क कभी भी सुशासन का विकल्प नहीं हो सकता है। बाजवा ने ट्वीट किया, ‘‘संगरूर संसदीय सीट मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री और शिक्षा मंत्री का गृह क्षेत्र है।’’ पंजाब भाजपा अध्यक्ष एवं विधायक अश्विनी शर्मा ने सिमरनजीत सिंह मान को उपचुनाव में जीत की बधाई देते हुए कहा कि लोगों ने अपना फैसला सुनाया और राज्य में सत्ताधारी पार्टी को खारिज कर दिया, जहां कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है।

कांग ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में उपचुनाव में आप का वोट हिस्सेदारी सिर्फ 2 फीसदी कम हुई है। उन्होंने दावा किया, ‘‘आप को 34.65 प्रतिशत वोट मिले, जबकि भाजपा को केवल 9 प्रतिशत, कांग्रेस को 11 प्रतिशत और अकाली दल को इस मतदान में कुल 6 प्रतिशत वोट मिले। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की वोट हिस्सेदारी 27 फीसदी थी, 2019 में शिरोमणि अकाली दल को 24 फीसदी वोट मिले थे, जो दर्शाता है कि जनता अब पारंपरिक पार्टियों के साथ नहीं है।’’

उन्होंने कहा कि पार्टी हार से नहीं डरती। उन्होंने कहा, हम लोगों के कल्याण के लिए काम करना जारी रखेंगे। पार्टी ने अतीत में ऐसी कई हार देखी हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में, हमें दिल्ली में एक भी सीट नहीं मिली थी लेकिन 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में, हमने 70 में से 67 सीटें जीतकर सरकार बनाई।’’ पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि उनकी पार्टी संगरूर उपचुनाव में लोगों के फैसले को विनम्रता से स्वीकार करती है।

वडिंग ने ट्वीट किया, ‘‘सिमरनजीत सिंह मान जी को उनकी जीत के लिए मेरी बधाई। मुझे यकीन है कि वह अपनी नयी भूमिका में पंजाब की आवाज उठाते रहेंगे। परिणाम आप आदमी पार्टी के असंवेदनशील और अक्षम शासन के साथ जनता की नाराजगी को दर्शाता है।’’ शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा, मैं संगरूर संसदीय उपचुनाव में चुनावी जीत पर सरदार सिमरनजीत सिंह मान और उनकी पार्टी को तहे दिल से बधाई देता हूं और उन्हें शुभकामनाएं और सहयोग प्रदान करता हूं।

हम जनादेश को सच्ची लोकतांत्रिक भावना में स्वीकार करते हैं।’’ एक अन्य ट्वीट में, कांग्रेस के बाजवा ने कहा कि विधानसभा चुनाव से तीन महीने के भीतर उपचुनाव में आप सरकार की चुनावी हार “उनके कुशासन और खोखले वादों का एक वसीयतनामा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह पंजाब की ओर से अरविंद केजरीवाल और राघव चड्ढा के लिए एक संदेश है कि पंजाब को रिमोट कंट्रोल करने की अपनी राजनीति को बंद करें और अपने निजी हितों की रक्षा के लिए इसे अपने उपनिवेश की तरह देखना बंद करें।

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