100 वर्ष पहले की ऐतिहासिक घटना को मात्र एक कांड बनाकर छिपाया गया : रवि किशन

100 वर्ष पहले की ऐतिहासिक घटना को मात्र एक कांड बनाकर छिपाया गया : रवि किशन

गोरखपुर। चौरी-चौरा शताब्दी वर्ष का महोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। 100 वर्ष पहले चौरी-चौरा में हुए इस प्रतिकार को इतिहास के पन्नों में मात्र एक कांड नाम से छुपा दिया गया। उक्त बातें गोरखपुर के सांसद और मशहूर फिल्म अभिनेता रवि किशन शुक्ल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं। वह इन दिनों …

गोरखपुर। चौरी-चौरा शताब्दी वर्ष का महोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। 100 वर्ष पहले चौरी-चौरा में हुए इस प्रतिकार को इतिहास के पन्नों में मात्र एक कांड नाम से छुपा दिया गया। उक्त बातें गोरखपुर के सांसद और मशहूर फिल्म अभिनेता रवि किशन शुक्ल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं। वह इन दिनों फिल्म “1922 प्रतिकार चौरी चौरा” की शूटिंग भी गोरखपुर में कर रहे हैं। आज कुसम्ही जंगल के बुढ़िया माई के स्थान के पास क्रांतिकारियों के साथ अंग्रेजी हुकूमत से छुपने छुपाने की सीन भी शूट हुई।

इस फिल्म को वे अपने अभिनय से जीवंत बना रहे हैं। वे इस फिल्म में मुख्य किरदार “भगवान अहीर” की भूमिका निभा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा की यशस्वी प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी का इस विषय को लेकर विशेष उत्साह है। संघ और भाजपा संगठन से भी ये आशीर्वाद प्राप्त विषय है। इसी क्रम में फिल्म “1922 प्रतिकार चौरी चौरा” का निर्माण गोरखपुर की धरती और यहां के कलाकारों के लिए सुनहरा अवसर भी है और गौरवान्वित अनुभूति भी।

फिल्म के निर्देशक अभिक भानु ने बताया कि सांसद रवि किशन ने इस विषय पर क्रांतिकारियों को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए कुछ भी पारिश्रमिक लेने से इंकार कर दिया है। सांसद ने इसको अपना सौभाग्य और इस धरती के प्रति कर्तव्य भी बताया। फिल्म के प्रस्तुतकर्ता रवि शंकर खरे ने बताया की कैसे इस विषय को गहन शोध और विमर्श के बाद अंजाम दिया जा रहा है। सिनेमा और NSD, BNA जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के कलाकार मिल कर इस निर्माण को उत्कृष्ट बना रहे हैं।

अनिल नागरथ, अशोक बंथिया, अजय मलकानी, अनीता सहगल, सौरभ पाण्डेय, विजय त्रिवेदी, मधुर, पवन, प्रह्लाद खरे, सुमित, अतुल पांडे और अन्य प्रतिष्ठित कलाकार शामिल हैं जो कल का भविष्य हैं। कैमरा मनोज गुप्ता, आर्ट डायरेक्शन यशवंत देशमुख और शंभू का है। रूपसज्जा हितेश और राधेश्याम का है। गोरखपुर और पूर्वांचल के आसपास से लगभग 300 कलाकार और निर्माण टीम के सदस्य इस फिल्म का हिस्सा हैं। रोजगार के साथ साथ इस क्षेत्र में फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अहम कड़ी है।

क्रिएटिव प्रोड्यूसर एवं मीडिया हेड गौरव शंकर खरे ने बताया कि कैसे उन्होंने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार तथा अन्य राजनीतिक और सांस्कृतिक संगठनों के बीच में इस विषय और फिल्म निर्माण के उद्देश्य को प्रस्तुत किया और काफी प्रोत्साहन मिला है।
इस फिल्म की शूटिंग अभी लगभग एक महीना गोरखपुर और आसपास के क्षेत्र में और चलेगी।