हल्द्वानी: कन्या पूजन के साथ मां दुर्गा के सिद्धीदात्री स्वरुप की आराधना, जगह-जगह लगे भंडारे

हल्द्वानी: कन्या पूजन के साथ मां दुर्गा के सिद्धीदात्री स्वरुप की आराधना, जगह-जगह लगे भंडारे

हल्द्वानी/ देहरादून, अमृत विचार। शारदीय नवरात्रि की महानवमी पर कन्या पूजन और पूर्णाहूति भक्ति और श्रद्धा के साथ की गई। उपासकों ने नौ दिनों के उपवास के बाद हवन पूजन के साथ मां दुर्गा से मनोकामना पूर्ण होने की कामना की। मां दुर्गे के सिद्धीदात्री स्वरुप की आराधना के साथ ही कन्या पूजन में भी …

हल्द्वानी/ देहरादून, अमृत विचार। शारदीय नवरात्रि की महानवमी पर कन्या पूजन और पूर्णाहूति भक्ति और श्रद्धा के साथ की गई। उपासकों ने नौ दिनों के उपवास के बाद हवन पूजन के साथ मां दुर्गा से मनोकामना पूर्ण होने की कामना की। मां दुर्गे के सिद्धीदात्री स्वरुप की आराधना के साथ ही कन्या पूजन में भी उल्लास देखा गया। अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू हुआ नवरात्र नवमी के दिन सिद्धिदात्री के पूजन के साथ सफल होता है। ‘या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:’ के जाप से माहौल मां दुर्गा की भक्ति से सराबोर हो गया।

हल्द्वानी के एक घर में कन्या पूजन करतीं बुजुर्ग माता।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून स्थित मुख्यमंत्री आवास में विधि विधान से कन्या पूजन किया। उन्होंने नौ दुर्गा की प्रतीक नौ कन्याओं को भोजन कराया। मुख्यमंत्री ने मां सिद्धिदात्री से प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना भी की।

हल्द्वानी के देवी मंदिरों की बात करें तो शीतलाहाट देवी मंदिर, मां अष्टादश भुजा महालक्ष्मी मंदिर समेत प्राचीन श्री राम मंदिर, कालीचौड़ देवी मंदिर, कालूसिद्ध मंदिर समेत शहर के विभिन्न मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। शहर के विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं ने भंडारे का आयोजन किया जहां पूरी, हलवा और चने का प्रसाद वितरित किया गया।

नैनीताल रोड में भंडारे का प्रसाद ग्रहण करते राहगीर।

शास्त्रों के अनुसार, माता सिद्धिदात्री सभी आठ सिद्धियों की देवी है जिन्हें अणिमा, ईशित्व, वशित्व, लघिमा, गरिमा, प्राकाम्य, महिमा और प्राप्ति के नाम से जाना जाता है। माता सिद्धिदात्री की पूजा करने से इन सभी सिद्धियों की प्राप्ति होती है।