हल्द्वानी: कुमाऊं के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल से गायब हो गई लावारिस हालत में मिली महिला, समाजसेवियों ने किया प्रदर्शन… देखें VIDEO

हल्द्वानी: कुमाऊं के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल से गायब हो गई लावारिस हालत में मिली महिला, समाजसेवियों ने किया प्रदर्शन… देखें VIDEO

हल्द्वानी, अमृत विचार। सरकारी सिस्टम की लापरवाही के तमाम किस्से आपने सुने होंगे। ऐसा ही एक मामला हल्द्वानी स्थित कुमाऊं के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल से सामने आया है। रामपुर रोड स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल से लावारिस हालत में मिली एक महिला मरीज इलाज के दौरान अचानक गायब हो गई। लालकुआं वीआईपी गेट के पास …

हल्द्वानी, अमृत विचार। सरकारी सिस्टम की लापरवाही के तमाम किस्से आपने सुने होंगे। ऐसा ही एक मामला हल्द्वानी स्थित कुमाऊं के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल से सामने आया है। रामपुर रोड स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल से लावारिस हालत में मिली एक महिला मरीज इलाज के दौरान अचानक गायब हो गई। लालकुआं वीआईपी गेट के पास नेशनल हाईवे पर डिवाइडर पर लावारिस हालत में मिली महिला को अस्पताल में भर्ती करवाने वाले समाजसेवियों ने शनिवार को बुद्ध पार्क में प्रदर्शन कर महिला को ढूंढने और दोषी अस्पताल स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

बुद्ध पार्क में महिला को ढूंढने और दोषी मेडिकल स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन करते लोग।

उत्तराखंड बेरोजगार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश उत्तराखंडी ने बताया कि 22 जुलाई को जब महिला लावारिस हालत में मिली थी तब उसके सिर पर कीड़े पड़े थे। कुछ लोगों की मदद से महिला को तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाकर उपचार दिया गया था। जिसके बाद 108 की मदद से महिला को सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन 26 जुलाई को महिला अचानक अपने बैड से लापता हो गई। उन्होंने बताया कि मामले में 28 जुलाई को सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की गई लेकिन अब तक महिला का कुछ पता नहीं चल सका है। जानकारी में आया है कि महिला मुरादाबाद की रहने वाली है, जिसके माता-पिता को भी अवगत कराया गया है।

देखें वीडियो: सुशीला तिवारी अस्पताल से गायब हुई महिला को ढूंढने की मांग 

उन्होंने प्रशासन से महिला को जल्द से जल्द ढूंढकर इलाज कराने और दोषी मेडिकल स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। इस मौके पर जतिन कार्की, नारायण नाथ, राजेंद्र सिंह, राकेश कुमार, गौरा व्यापारी, शिवानंद जोशी, नंदन प्रसाद, गोविंद सिंह गड़िया, विरेंद्र गड़िया, विपिन बोरा, नारायण नेगी आदि रहे।