हल्द्वानी: रात भर रेस्क्यू, सुबह घटनास्थल पर ही पोस्टमार्टम

हल्द्वानी: रात भर रेस्क्यू, सुबह घटनास्थल पर ही पोस्टमार्टम

हल्द्वानी, अमृत विचार। भीमताल में ओखलकांडा ब्लॉक क्षेत्र में रीठासाहिब मार्ग पर अधौड़ा गांव के पास गुरुवार रात हुए हादसे में महिला और उसके दो बच्चों सहित पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमों ने गहरी खाई में रात भर रेस्क्यू अभियान चलाते हुए पांचों शवों को बरामद किया। गुरुवार देर शाम …

हल्द्वानी, अमृत विचार। भीमताल में ओखलकांडा ब्लॉक क्षेत्र में रीठासाहिब मार्ग पर अधौड़ा गांव के पास गुरुवार रात हुए हादसे में महिला और उसके दो बच्चों सहित पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमों ने गहरी खाई में रात भर रेस्क्यू अभियान चलाते हुए पांचों शवों को बरामद किया।

गुरुवार देर शाम हल्द्वानी से रीठा साहिब जा रही बोलेरो यू0के-03टीए-1102 पतलोट से करीब दस किलोमीटर आगे गहरी खाई में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इसकी सूचना मिलने पर सबसे पहले मौके पर थानाध्यक्ष मुक्तेश्वर तथा सीओ भवाली प्रमोद कुमार साह पहुंचे। भीषण हादसे की खबर मिलने पर एसएसपी पंकज भट्ट ने तत्काल एसडीआरएफ की टीम को मौके पर भेजा। जहां
राहत एवं बचाव कार्यों की कमान एसपी सिटी हरबंश सिंह ने संभाली। एसडीआरएफ द्वारा विषम परिस्थितियों में शवों को निकालने का कठिन कार्य किया गया।

पुलिस द्वारा शुक्रवार सुबह हेमा देवी (35) पत्नी महेश मटियाली निवासी ल्वाड पतलोट, राहुल (12) व नंदन (7) पुत्र महेश मटियाली,
बसंत सिंह (42) पुत्र तेज सिंह निवासी तोला रैकुनी निवासी रीठा साहिब और सुरेंद्र सिंह (40) पुत्र भूपाल निवासी चौडा रीठा साहिब, चंपावत के शवों का पंचनामा भरा गया। डॉक्टरों की टीम द्वारा मौके पर ही शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। गंभीर रूप से घायल चालक रहीश सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

महेश पर टूटा गमों का पहाड़
इस हादसे के बाद महेश मटियाली पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा है। एक झटके में अपने परिवार को खोने वाले महेश कुछ समझ नहीं पा रहे हैं। महेश पतलोट क्षेत्र के ग्राम मटेला के निवासी हैं। पत्नी हेमा देवी अपने मायके रीठा साहिब, चंपावत में किसी शादी समारोह में शामिल होने के लिए दोनों मासूम बच्चों राहुल और नंदन के साथ घर से निकली थीं, लेकिन रास्ते में मौत तीनों को खींचकर ले गई और महेश को जिंदगी भर का गम दे गई। इस हादसे के बाद हेमा देवी के ससुराल और मायके में मातम छाया हुआ है। वहीं, राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा शोक जताया है।