हल्द्वानी: इधर जिलाबदर, उधर हिस्ट्रीशीटर हृदयेश कुमार पर एक और केस दर्ज

हल्द्वानी: इधर जिलाबदर, उधर हिस्ट्रीशीटर हृदयेश कुमार पर एक और केस दर्ज

हल्द्वानी, अमृत विचार। राजनीति के चोले में अपराध छिपाने की कोशिश काम नहीं आई। इधर, उत्तराखंड यूथ कांग्रेस का प्रदेश महासचिव हृदयेश कुमार जिला बदर हुआ और उधर उस पर एक और केस दर्ज हो गया। जिला बदर की कार्रवाई के बाद पुलिस हिस्ट्रीशीटर हृदयेश कुमार को आधी रात जिले की सीमा से बाहर छोड़ …

हल्द्वानी, अमृत विचार। राजनीति के चोले में अपराध छिपाने की कोशिश काम नहीं आई। इधर, उत्तराखंड यूथ कांग्रेस का प्रदेश महासचिव हृदयेश कुमार जिला बदर हुआ और उधर उस पर एक और केस दर्ज हो गया। जिला बदर की कार्रवाई के बाद पुलिस हिस्ट्रीशीटर हृदयेश कुमार को आधी रात जिले की सीमा से बाहर छोड़ आई। हृदयेश पर दर्ज केस की फेहरिस्त लंबी है और जिला बदर होते ही हृदयेश पर एक और केस दर्ज हो गया। हृदयेश के खिलाफ पहला मामला वर्ष 2008 में दर्ज किया गया था और इस केस में भी हृदयेश पर संगीन धाराएं लगाई गई थीं।

यूथ कांग्रेस का प्रदेश महासचिव हिस्ट्रीशीटर हृदयेश कुमार जिसे जिलाबदर किया गया है।

काठगोदाम पुलिस द्वारा जारी हृदयेश के आपराधिक इतिहास में दर्ज हर केस संगीन है। हृदयेश के खिलाफ कुल 14 केस दर्ज हैं। चौफुला चौराहा दमुवाढूंगा काठगोदाम निवासी हृदयेश कुमार पुत्र सुरेश चंद्र को पुलिस ने आदतन अपराधी माना है और कहा है कि आए दिन गली-मोहल्लों में लड़-झगड़ कर, लोगों को डरा-धमका कर शांति व्यवस्था भंग करते रहता है।

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हृदयेश के खिलाफ दर्ज कुल 14 मामलों में हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और डकैती जैसे संगीन मामले हैं। उक्त अपराधी की हिस्ट्रीशीट खोलने और गुंडा एक्ट की कार्यवाही के बाद अब जिला बदर की कार्यवाही की गई है। शहर में शांति बनाए रखने के लिए शनिवार आधी रात पुलिस ने हृदयेश को हिरासत में लिया और जिले की सीमा से बाहर पंतनगर में छह माह तक वापस न लौटने की हिदायत देकर छोड़ दिया। हृदयेश के खिलाफ 14वां केस जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा काठगोदाम निवासी मनोज गोस्वामी की तहरीर पर दर्ज किया गया।

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