ज्योलीकोट ब्रेकिंग: दो साल के मासूम को निवाला बनाने वाला गुलदार पिंजड़े में कैद हुआ

ज्योलीकोट ब्रेकिंग: दो साल के मासूम को निवाला बनाने वाला गुलदार पिंजड़े में कैद हुआ

हल्द्वानी, अमृत विचार। शुक्रवार की देर शाम को ज्योलाकोट के चोपड़ा मटियाली गांव से दो साल के मासूम को निवाला बनाने वाला गुलदार आखिरकार पिंजड़े में कैद हो ही गया। वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजड़ा, ट्रैपिंग कैमरा लगाया था। शनिवार देर शाम एक बार फिर शिकार की तलाश में आया गुलदार …

हल्द्वानी, अमृत विचार। शुक्रवार की देर शाम को ज्योलाकोट के चोपड़ा मटियाली गांव से दो साल के मासूम को निवाला बनाने वाला गुलदार आखिरकार पिंजड़े में कैद हो ही गया। वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजड़ा, ट्रैपिंग कैमरा लगाया था। शनिवार देर शाम एक बार फिर शिकार की तलाश में आया गुलदार पिंजड़े में कैद हो गया।  गुलदार के कैद होने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।

पिंजड़े में कैद हुआ गुलदार।

बता दें कि भानु राणा निवासी चोपड़ा मटियाली गांव के बेटे पीयूष (4 साल) और राघव (2 साल) शुक्रवार की शाम को घर के आंगन में खेल रहे थे। उनकी मां मीना राणा अंदर कमरे में काम कर रही थी। इस बीच शाम को करीब सात बजे पीयूष के रोने की आवाज आई। जब मां बाहर आई तो देखा कि पीयूष रो रहा था और राघव गायब था। उन्होंने राघव को देखा तो नहीं मिला। इसी दौरान बच्चों की दादी ने बताया कि उन्होंने घर से गुलदार को निकलते हुए देखा है। इस पर आशंका थी कि राघव को गुलदार उठा ले गया है। इस सूचना पर ग्रामीण इकट्ठा हो गए और उन्होंने वन विभाग व पुलिस अधिकारियों को सूचना दी। सूचना पर वन व पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंच गई और बच्चे की तलाश में सर्च अभियान शुरू कर दिया।

इधर, शनिवार की सुबह घर से दो किमी दूर दोगांव के जंगलों में गुलदार का खाया हुआ बच्चे का क्षतविक्षत शव बरामद हुआ। बच्चे के हाथ और सिर जंगल से मिला। पुलिस ने पंचनामा भरकर क्षत विक्षत शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। वहीं बच्चे की मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया।

वन अधिकारियों ने गुलदार को आदमखोर घोषित करने के लिए मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को भी पत्र लिखा है। बच्चे के परिजनों को 50 हजार रुपए मुआवजा दिया गया है बाकी रकम सोमवार को कार्यालय खुलने के बाद दी जाएगी।