ऑनलाइन पढ़ाई कराने से बच नहीं पाएंगे राजकीय महाविद्यालय

ऑनलाइन पढ़ाई कराने से बच नहीं पाएंगे राजकीय महाविद्यालय

अमृत विचार, बरेली। कोरोना काल में करीब एक साल से शिक्षा व्यवस्था बेपटरी हो गई है। भौतिक कक्षाएं संचालित नहीं हो पा रही हैं। ऐसे में सिर्फ ऑनलाइन कक्षाओं का ही सहारा रह गया है। ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने में शिक्षक तरह-तरह की परेशानियां बता रहे हैं। इसके अलावा ऑनलाइन कक्षाओं की मॉनिटरिंग में भी …

अमृत विचार, बरेली। कोरोना काल में करीब एक साल से शिक्षा व्यवस्था बेपटरी हो गई है। भौतिक कक्षाएं संचालित नहीं हो पा रही हैं। ऐसे में सिर्फ ऑनलाइन कक्षाओं का ही सहारा रह गया है। ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने में शिक्षक तरह-तरह की परेशानियां बता रहे हैं। इसके अलावा ऑनलाइन कक्षाओं की मॉनिटरिंग में भी दिक्कतें हो रही हैं। यही वजह है कि उच्च शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है।

राजकीय महाविद्यालयों के शिक्षकों को माइक्रोसाफ्ट ऑफिस 365 प्लेटफार्म के जरिए ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करनी होंगी। सभी शिक्षकों को माइक्रोसाफ्ट टीम के जरिए 3 जून को इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी। माइक्रोसाफ्ट प्लेटफार्म के जरिए अधिकारी भी किसी वक्त ऑनलाइन शामिल होकर निगरानी कर सकेंगे।

सहायक निदेशक उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश ने सभी राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों को निर्देश दिए हैं कि राजकीय महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को डिजिटल प्लेटफार्म से पढ़ाई करायी जाएगी। इसके लिए महाविद्यालयों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को माइक्रोसाफ्ट ऑफिस 365 के जरिए अध्ययन कराया जाए। छात्रों को किस तरह से अध्ययन कराया जाएगा, इस संबंध में शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इस ट्रेनिंग के संबंध में माइक्रोसाफ्ट टीम के जरिए 3 जून को वर्चुअल बैठक होगी।

सभी प्राचार्यों को निर्देश हैं कि सभी शिक्षक बैठक में जरूर शामिल हों। बैठक में शिक्षक कैसे शामिल होंगे, इसको लेकर भी पूरी जानकारी भेजी गई है। किस तरह से शिक्षकों को गूगल प्ले स्टोर से माइक्रोसाफ्ट टीम का एप्लीकेशन डाउनलोड करना होगा। उसके बाद एक लिंक दिया जाएगा। इस लिंक के जरिए ऑनलाइन बैठक में शामिल हो जाएंगे।

क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डा. राजेश प्रकाश ने बताया कि भौतिक कक्षाएं संचालित न होने से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। पिछली बार ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के निर्देश थे लेकिन जब इसका रिकार्ड महाविद्यालयों से मांगा गया तो कई तरह की परेशानियां सामने रखी गईं। किसी शिक्षक ने व्हाट्सएप तो किसी ने गूगल तो किसी ने अन्य माध्यम से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने की बात कही लेकिन इसका रिकार्ड नहीं दे सके।

यही वजह है कि अब केंद्रीय विद्यालयों की तरह माइक्रोसाफ्ट प्लेटफार्म पर ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जाएं। 3 जून को होने वाली वर्चुअल बैठक में शिक्षकों को बताया जाएगा कि वह किस तरह से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करेंगे और इस प्लेटफार्म के जरिए छात्रों को जोड़ेंगे। इस व्यवस्था से शिक्षकों को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित ही करनी होंगी। इसमें अधिकारी भी किसी वक्त ऑनलाइन कक्षा से जुड़ सकेंगे और निगरानी कर सकेंगे कि शिक्षक छात्रों को क्या पढ़ा रहे हैं।