गोरखपुर: एसटीएफ की जांच में मिले शिक्षिका के प्रपत्र फर्जी, बर्खास्तगी तय

गोरखपुर। विगत एक दशक से कूटरचित दस्तावेज के सहारे परिषदीय स्कूल में कार्यरत शिक्षिका एसटीएफ की जांच में फर्जी निकली है। एसटीएफ ने जांच रिपोर्ट बीएसए कार्यालय को सौंपकर कार्रवाई का निर्देश दिया है। जिसके बाद से विभाग की ओर से शिक्षिका कीबर्खास्तगी की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। जनपद के भटहट ब्लॉक के …

गोरखपुर। विगत एक दशक से कूटरचित दस्तावेज के सहारे परिषदीय स्कूल में कार्यरत शिक्षिका एसटीएफ की जांच में फर्जी निकली है। एसटीएफ ने जांच रिपोर्ट बीएसए कार्यालय को सौंपकर कार्रवाई का निर्देश दिया है। जिसके बाद से विभाग की ओर से शिक्षिका कीबर्खास्तगी की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है।

जनपद के भटहट ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय रामपुर बुजुर्ग में कार्यरत सहायक अध्यापक ममता कुमारी के खिलाफ एसटीएफ को कूटरचित दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने की शिकायत मिली थी।जांच के दौरान शिक्षिका की ओर से इस्तेमाल किए गए शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी मिले है।

बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से अब तक कूटरचित दस्तावेजों के सहारे जिले के परिषदीय विद्यालयों में नौकरी हासिल करने वाले 86 शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है। जबकि 84 शिक्षकों पर जिले के अलग-अलग थानों में संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों ने मुकदमा दर्ज कराया है। इन शिक्षकों ने दशकों तक कूटरचित दस्तावेज पर नौकरी कर 39 करोड़ 93 लाख, 45433 रूपये वेतन के रूप में लिए हैं।

इस सम्बंध में बीएसए आरके सिंह ने कहा कि कूटरचित दस्तावेज के सहारे कार्यरत शिक्षिका की जांच रिपोर्ट एसटी एफ की ओर से विभाग को मिली है। शिक्षिका को बर्खास्त किया जाएगा। इसके लिए कार्रवाई चल रही है।

यह भी पढ़ें:-मुरादाबाद: राजस्थान की घटना पर बीएसपी का प्रदर्शन, गहलोत सरकार के बर्खास्तगी की मांग