पिता ने सोनिया से की थी बगावत, बेटे जितिन प्रसाद भाजपा ने ज्वाइन कर राहुल के खिलाफ खोला मोर्चा

पिता ने सोनिया से की थी बगावत, बेटे जितिन प्रसाद भाजपा ने ज्वाइन कर राहुल के खिलाफ खोला मोर्चा

अमृत विचार, शाहजहांपुर। कांग्रेस की टीम से एक और बड़ा नेता भाजपा में चला गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हो गए। कांग्रेस के बड़े ब्राह्मण चेहरों में से एक जितिन कांग्रेस हाईकमान से काफी समय से नाराज चल रहे थे। बता दें कि जितिन के पिता जितेंद्र प्रसाद बाबा साहब ने …

अमृत विचार, शाहजहांपुर। कांग्रेस की टीम से एक और बड़ा नेता भाजपा में चला गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हो गए। कांग्रेस के बड़े ब्राह्मण चेहरों में से एक जितिन कांग्रेस हाईकमान से काफी समय से नाराज चल रहे थे। बता दें कि जितिन के पिता जितेंद्र प्रसाद बाबा साहब ने कभी सोनिया गांधी के खिलाफ कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़कर बगावत की थी। ठीक उसी तरह जितिन प्रसाद ने राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।

बता दें कि नबंवर 2000 में जितिन प्रसाद के पिता जितेंद्र प्रसाद उर्फ बाबा साहब ने सोनिया गांधी के खिलाफ बगावत की थी। तब उन्होंने सोनिया गांधी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था। हालांकि वह चुनाव हार गए थे। इसके बाद जनवरी 2001 में बाबा साहब का निधन हो गया था। जितिन प्रसाद भी कांग्रेस हाईकमान से पिछले कुछ दिनों से नाराज चल रहे थे। पिछले साल अगस्त में जब कांग्रेस के 23 नेताओं ने कांग्रेस नेतृत्व को लेकर सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी, इसमें जितिन के भी हस्ताक्षर थे।

इसके बाद यूपी कांग्रेस की लखीमपुर खीरी यूनिट ने जितिन प्रसाद को निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित कर दिल्ली भेजा। माना जा रहा है कि तब से ही जितिन प्रसाद और कांग्रेस हाईकमान के बीच ठन गई थी। जितिन प्रसाद पर ऐसी कार्रवाई को लेकर वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी नाराजगी जताई थी। अब जितिन राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए खुद ही भाजपा में शामिल हो गए हैं।

यूपी में कांग्रेस के लिए जितिन युवा चेहरा थे
कांग्रेस में यूपी के लिए 48 वर्षीय जितिन प्रसाद एक युवा चेहरा थे। आगामा विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के लिए यह एक बड़ा झटका हो सकता है। प्रदेश में कांग्रेस की सियासत में प्रियंका गांधी का दखल बढ़ने के बाद से जितिन प्रसाद पार्टी में एकदम साइड लाइन होकर रह गए थे। बीच में कई बार उनके भाजपा में शामिल होने के चर्चे होते रहे। पिछले विधान सभा चुनाव के दौरान भी उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं चलीं। हलांकि उनकी टीम के कई साथी भाजपा में शामिल हुए जोकि मौजूदा समय में विधायक भी हैं।

जानिए जितिन प्रसाद हैं कौन
वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुंवर जितेंद्र प्रसाद बाबा साहब के बेटे जितिन प्रसाद का जन्म 29 नबंवर 1973 को हुआ था। जितेंद्र प्रसाद दो प्रधानमंत्रियों राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हाराव के राजनितिक सलाहकार रहे थे। इसके साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहे थे। जितिन ने देहरादून के दून स्कूल से अपनी पढ़ाई की। स्नातक में दिल्ली विश्विवद्यालय से बी.कॉम तथा अंतर्राष्ट्रीय प्रबंधन संस्थान (दिल्ली) से एमबीए किया है।

दो बार केंद्रीय मंत्री रहे हैं जितिन
जितिन प्रसाद वर्ष 2001 में भारतीय युवा कांग्रेस में सचिव बने। 2004 में अपने गृह लोकसभा सीट, शाहजहांपुर से लोकसभा चुनाव लड़े व जीत हासिल की। वर्ष 2008 में वे पहली बार केन्द्रीय राज्य इस्पात मंत्री बने। 2009 में जितिन 15वीं लोकसभा के लिए चुनाव धौरहरा से लड़े व विजयी हुए। यूपीए सरकार में केन्द्रीय राज्यमंत्री रहे हैं। पहली बार जितिन केंद्रीय राज्य इस्पात मंत्री बनाया गया था।

दूसरी बार सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय, मानव संशाधन एवं विकास मंत्रालय में मनमोहन सरकार में मंत्री रहे। शाहजहांपुर, लखीमपुर तथा सीतापुर के लोकप्रिय नेता हैं। शांतिप्रिय व विकासवादी राजनीति के लिए जाना जाता है। 2017 के विधान सभा चुनाव में तिलहर सीट से वह भाजपा के रोशन लाल के मुकाबले चुनाव हार गए थे। इसके बाद लोकसभा चुनाव में धौरहरा सीट से भी चुनाव हार गए थे।

जितिन के चचेरे भाई को भाजपा ने दिखाया था बाहर का रास्ता
जितिन के चाचा छोटे बाबा साहब के बेटे जयेश प्रसाद पहले सपा में शामिल हुए, फिर बसपा में पहुंच गए। इसके बाद भाजपा ज्वाइन की और पत्नी को नगर पालिकाध्यक्ष का चुनाव लड़ाया लेकिन वह हार गईं। इसके बाद जिला पंचायत सदस्य का चुनाव अपने भाई की पत्नी को लड़ाया। भाजपा से समर्थन नहीं मिलने पर बागी मैदान में उतार दिया था। इसी अनुशासनहीनता में भाजपा ने पिछले महीने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था।