बिजनौर के रास्ते मुंबई पहुंचा था फहीम एटीएम

बिजनौर के रास्ते मुंबई पहुंचा था फहीम एटीएम

मुरादाबाद, अमृत विचार। कानून की नजरों से बचने की कोशिश में फहीम व उसकी पत्नी नेहा ने मायानगरी की शरण ली थी। मुरादाबाद से फरार होकर दोनों ने लंबा समय मुंबई में गुजरा। फहीम को जब भनक लगी कि कानून के लंबे हाथ उसके गिरेबान तक पहुंचने वाले हैं, तब वह मांद से बाहर निकला। …

मुरादाबाद, अमृत विचार। कानून की नजरों से बचने की कोशिश में फहीम व उसकी पत्नी नेहा ने मायानगरी की शरण ली थी। मुरादाबाद से फरार होकर दोनों ने लंबा समय मुंबई में गुजरा। फहीम को जब भनक लगी कि कानून के लंबे हाथ उसके गिरेबान तक पहुंचने वाले हैं, तब वह मांद से बाहर निकला। इधर, फहीम की गिरफ्तारी की कोशिश में जुटी मुरादाबाद की एसओजी की नजर मुंबई पर गड़ गई। लोकेशन का पता चलते फहीम की गतिविधि पर पुलिस ने नजर टिका दी।

गुरुवार को फहीम का पीछा करते एसओजी टीम ज्यों ही मुरादाबाद की सीमा में प्रवेश की, त्यों कुख्यात को दबोचने का प्रयास तेज हो गया। पुलिसिया प्रयास अंतत: रंग लाया। एक लाख का इनामी बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ा पर असल सवाल है कि फरार होने के बाद 42 दिनों तक फहीम किन लोगों की शरण में रहा? वह कौन है, जिसने कुख्यात के फरार होने की पटकथा लिखी? शातिर के दुस्साहस को परवान चढ़ाने में किन लोगों की भूमिका रही? अनसुलझे सवालों के जवाब तलाशने में पुलिस जुटी है।

उत्तर से दक्षिण भारत तक फैला रखा है आपराधिक साम्राज्य
एक लाख रुपये के इनामी फहीम का आपराधिक अतीत उसके काले कारनामों से भरा पड़ा है। उत्तर भारत से दक्षिण भारत तक फहीम का आपराधिक साम्राज्य फैला है। मुरादाबाद के अलावा पूरे पश्चिम यूपी, दिल्ली, हरियाणा व पंजाब समेत दक्षिण भारत के कई थानों में फहीम पर 100 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। अपराध से अर्जित धन के बूते सफेदपोश नेता बनने की हसरत पालने वाले फहीम ने योजनाबद्ध तरीके से छह मई को बिजनौर पुलिस का तिलिस्म तोड़ा। शातिर को हल्के में लेने की चूक बिजनौर पुलिस पर भारी पड़ी। फहीम की फरारी में मददगार रही बिजनौर पुलिस के दोनों सिपाहियों राहुल व दिनेश को तत्काल निलंबित करते हुए उन्हें बर्खास्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।

कुख्यात के मददगारों तक पहुंचना पुलिस की चुनौती
छानबीन में पता चला कि फहीम ने पहले दोनों सिपाहियों से रिश्ते गांठे। लालच में फंसे दोनों सिपाही कई बार फहीम को कोर्ट में पेश करा चुके थे। सिपाहियों को फहीम की निगरानी में तैनात करने वाले बिजनौर के अधिकारी पर भी गाज गिरी। पुलिस के निरंतर प्रयासों का परिणाम रहा कि 42 दिन बाद फहीम दोबारा दबोच लिया गया, लेकिन उसके मददगारों तक पहुंचना पुलिस के लिए अभी भी चुनौती है। वसीम के मकान में कटी कूमल व पहले से ही फहीम के फरार होने के लिए लग्जरी वाहन का इंतजार घटना के सुनियोजित होने का संकेत देती है। जब तक पुलिस फहीम के मददगारों को जेल की सलाखों के पीछे नहीं भेजती, तब तक उसका प्रयास अधूरा रहेगा।

तमंचा और सेंट्रो कार बरामद
मुठभेड़ के दौरान फहीम के कब्जे से पुलिस ने तमंचा व सहारनपुर में पंजीकृत कार बरामद किया। कार का नंबर यूपी 11 एडी 3212 है। मोटरव्हीकल एप से पता चला कि 2011 मॉडल की कार 11 साल तीन माह व 23 दिन पुरानी है। कार का मालिक गुनीत पाल सिंह है। पुलिस को गुनीत व फहीम के संबंधों की छानबीन करनी होगी। कार के अलावा तमंचा व कुछ कारतूस फहीम से पुलिस ने बरामद किया। पुलिस के मुताबिक फहीम ने एसओजी टीम ने छह से सात राउंड फायर झोंका। फहीम की गोली एक सिपाही को छूते हुए निकल गई। सिपाही के मामूली रूप से घायल होने का दावा पुलिस कर रही है।

दो साल पहले सुर्खियों में आया था फहीम
एक जनवरी 2020 को बंगलुरू पुलिस ने चोरी के 40 मुकदमे का पर्दाफाश करते हुए चोरों के गिरोह से ढाई करोड़ रुपये व चार किलोग्राम सोने का आभूषण बरामद करने का दावा किया। तब पुलिस ने बताया कि अंतराज्यीय चोरों के गिरोह का सरगना फहीम एटीएम व मरासलीम मोहम्मद अक्स सलीम की गिरफ्तारी का दावा किया। मुरादाबाद के गलशहीद थाने में फहीम पर हत्या का केस दर्ज है। फहीम की पहली पत्नी आसमां जबकि दूसरी बीवी का नाम नेहा है।

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