बरेली: दुनकी में ना बिगड़ने पाए साम्प्रदायिक सौहार्द, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने जमाया डेरा, बढ़ाई सतर्कता

बरेली: दुनकी में ना बिगड़ने पाए साम्प्रदायिक सौहार्द, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने जमाया डेरा, बढ़ाई सतर्कता

बरेली, अमृत विचार। यूपी के बरेली जनपद के शाही थाना क्षेत्र के दुनकी गांव में जिला प्रशासन की ओर से साल 2014 में कांवड़ियों का जत्था निकालने के दौरान हुए विवाद के बाद बंद किए रास्ते से डाक कांवड़ निकालने की जिद पर कांवड़िए अड़े हैं। साम्प्रादायिक सौहार्द का माहौल न बिगड़ने पाए, इसके लिए …

बरेली, अमृत विचार। यूपी के बरेली जनपद के शाही थाना क्षेत्र के दुनकी गांव में जिला प्रशासन की ओर से साल 2014 में कांवड़ियों का जत्था निकालने के दौरान हुए विवाद के बाद बंद किए रास्ते से डाक कांवड़ निकालने की जिद पर कांवड़िए अड़े हैं। साम्प्रादायिक सौहार्द का माहौल न बिगड़ने पाए, इसके लिए पुलिस और तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौके पर डेरा जमाए हैं। अधिकारियों के समझाने पर भी आक्रोशित कांवड़िए निर्धारित मार्ग से जाने को राजी नहीं हुए। अधिकारियों ने विवाद का कारण बन रहे मार्ग पर बैरियर लगाकर पुलिस-पीएसी तैनात कर दी। एसडीएम सीओ दुनका में कैंप कर रहे हैं।

बता दें कि दुनकी में वर्षों पहले कांवड़ियों को मुस्लिम बस्ती में दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा रोकने पर बवाल हुआ था। तत्कालीन अधिकारियों ने विवाद का स्थाई समाधान करने को दोनों सामुदाय के लोगों को बैठाकर बात की थी। ग्रामीणों की सहमति के बाद प्रशासन ने 2014 में दोनों सामुदाय के धार्मिक जुलूस व कार्यक्रमों के रूट तय कर दिए थे, तभी से दोनों सामुदाय के धार्मिक जुलूस निर्धारित रूट पर ही निकलते हैं। इसी समझौते के तहत तय किया गया था कि कांवड़िए दुनकी के बाग के पास से चकरोड पर होकर हरिद्वार जाएंगे।

कांवड़िए ग्रामीणों के साथ दुनकी में जमे हैं। एसडीएम सीओ एसओ दुनका पुलिस चौकी से स्थिति पर नजर रख रहे हैं। अधिकारियों ने दुनका में मुस्लिम बस्ती से होकर निकलने वाले दुनकी रोड पर बैरियर लगाकर पुलिस और पीएसी तैनात कर दी है।

एसडीएम वेद प्रकाश मिश्रा के अनुसार, कांवड़िए निर्धारित रूट से हटकर जाने की कोशिश करेंगे तो प्रशासन और पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी। तय रास्ते से जायेंगे तो पुलिस उनकी पूरी सुरक्षा करेगी।


बता दें कि कांवड़ यात्रा में रूट की बाधा आने पर कुछ श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को मतांतरण की धमकी दे दी। कहा कि प्रशासन ने दबाव बनाकर यात्रा रद करा दी। गांव के दर्जनों लोग श्रावण मास के अंतिम सोमवार को जलाभिषेक करने के लिए जाना चाहते हैं मगर, अधिकारी ऐसा नहीं करने दे रहे।

वहीं, प्रशासन कह रहा कि नई परंपरा नहीं पड़ने देंगे। कांवड़िये पुराने रास्ते से यात्रा लेकर जा सकते हैं। गुरुवार को ही प्रशासन ने स्पष्ट कह दिया कि नई परंपरा नहीं पड़ने देंगे। इससे नाराज ग्रामीण शुक्रवार को एकत्र हो गए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कांवड़ यात्रा नहीं निकली तो मतांतरण को मजबूर होंगे। क्षेत्र में तनाव देखते हुए पक्के मार्ग पर पुलिस तैनात कर दी गई है।

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