दिल्ली : राजेंद्र नगर उपचुनाव की मतगणना शुरू, अब तक की गिनती में आप सबसे आगे

दिल्ली : राजेंद्र नगर उपचुनाव की मतगणना शुरू, अब तक की गिनती में आप सबसे आगे

नई दिल्ली। दिल्ली में राजेंद्र नगर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के लिए रविवार सुबह आठ बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना शुरू हो गई। निर्वाचन अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राजेंद्र नगर में 23 जून को उपचुनाव हुआ था और इस दौरान 43.75 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। राजेंद्र …

नई दिल्ली। दिल्ली में राजेंद्र नगर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के लिए रविवार सुबह आठ बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना शुरू हो गई। निर्वाचन अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राजेंद्र नगर में 23 जून को उपचुनाव हुआ था और इस दौरान 43.75 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। राजेंद्र नगर उपचुनाव में 14 उम्मीदवारों ने किस्मत आजमाई है। अधिकारियों ने कहा, ‘‘हमने मतगणनना के लिए सभी जरूरी तैयारियां की हैं।

मतगणना कक्ष में तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। आईटीआई पूसा में मतगणना केंद्र स्थापित किया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘डाक मतपत्रों की गिनती पहले की जाएगी और 26 जून को सुबह आठ बजे तक सैनिकों से प्राप्त मतपत्रों को ही मतगणना में शामिल किया जाएगा। इसके बाद ईवीएम (इलेक्ट्रनिक वोटिंग मशीन) में दर्ज मतों की गिनती की जाएगी।’’ अधिकारियों के मुताबिक, वीवीपैट (मतदाता वेरिफायड पेपर ऑडिट ट्रेल) पर्चियों की गिनती के लिए एक अलग विशेष बॉक्स होगा। राजेंद्र नगर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में 43.67 प्रतिशत पुरुष और 43.86 फीसदी महिला मतदाताओं ने मतदान किया।

यह सीट हाल ही में राज्यसभा सदस्य चुने गए आम आदमी पार्टी (आप) के नेता राघव चड्ढा के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी। उपचुनाव के दौरान दर्ज किया गया मतदान प्रतिशत 2020 के चुनावों में दर्ज आंकड़ों से काफी कम है, जब राजेंद्र नगर में 58.27 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। उपचुनाव में कुल 1,64,698 मतदाता मतदान के पात्र थे। राजेंद्र नगर उपचुनाव में मुख्य रूप से ‘आप’ प्रत्याशी दुर्गेश पाठक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार राजेश भाटिया के बीच मुकाबला माना जा रहा है। भाटिया क्षेत्र से पार्षद भी रह चुके हैं।

वहीं, कांग्रेस ने पार्षद प्रेम लता को मैदान में उतारा है। ‘आप’ और भाजपा ने विश्वास जताया है कि उनके उम्मीदवार भारी अंतर से जीत दर्ज करेंगे। अधिकारियों ने पहले बताया था कि 2020 में कोविड-19 महामारी के फैलने के बाद दिल्ली में यह पहला चुनाव था और 24 उपचाराधीन मतदाता भी उपचुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने पहुंचे थे।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने मतदान के दिन कहा था कि 21 स्थानों पर 13 सहायक केंद्रों सहित कुल 190 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम में ‘‘मामूली खराबी’’ की सूचना मिली थी, जिसके बाद वहां तुरंत दूसरी ईवीएम की व्यवस्था की गई। मास्क और दस्ताने पहनने जैसे सभी सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए मतदाताओं ने मतदान किया।

उपचाराधीन मरीजों को अंतिम एक घंटे में मतदान करने की अनुमति दी गई थी। राजेंद्र नगर उपचुनाव में मतदान 2017 में हुए राजौरी गार्डन उपचुनाव (46.5 प्रतिशत) और बवाना उपचुनाव (44.8 प्रतिशत) में दर्ज मतदान प्रतिशत से भी कम था।

यह भी पढ़ें- त्रिपुरा : कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना जारी