CWG 2022 : कॉमनवेल्थ गेम्स में प्रियंका गोस्वामी-अविनाश साबले का कमाल, जीता सिल्वर मेडल

CWG 2022 : कॉमनवेल्थ गेम्स में प्रियंका गोस्वामी-अविनाश साबले का कमाल, जीता सिल्वर मेडल

बर्मिंघम। अविनाश साबले ने अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़कर राष्ट्रमंडल खेलों में पुरूषों की 3000 मीटर स्टीपलचेस स्पर्धा का रजत पदक जीता, जबकि प्रियंका गोस्वामी ने 10,000 मीटर पैदल चाल स्पर्धा में रजत पदक हासिल किया। एथलेटिक्स में भारत के लिये शनिवार का दिन अच्छा रहा। गोस्वामी ने पैदल चाल में पदक जीतने वाली पहली …

बर्मिंघम। अविनाश साबले ने अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़कर राष्ट्रमंडल खेलों में पुरूषों की 3000 मीटर स्टीपलचेस स्पर्धा का रजत पदक जीता, जबकि प्रियंका गोस्वामी ने 10,000 मीटर पैदल चाल स्पर्धा में रजत पदक हासिल किया। एथलेटिक्स में भारत के लिये शनिवार का दिन अच्छा रहा। गोस्वामी ने पैदल चाल में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनकर नया इतिहास रचा। दो रजत के साथ भारतीय एथलेटिक्स टीम के चार पदक हो गए हैं जबकि 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने ट्रैक और फील्ड पर एक स्वर्ण, रजत और कांस्य जीता था। ऊंची कूद में तेजस्विन शंकर और लंबी कूद में मुरली श्रीशंकर क्रमश: कांस्य और रजत जीत चुके हैं।

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साबले ने 8 :11 . 20 सेकंड का समय निकालकर 8 : 12 . 48 का अपना राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा। वह कीनिया के अब्राहम किबिवोट से महज 0.5 सेकंड से पीछे रह गए । कीनिया के एमोस सेरेम ने कांस्य पदक जीता । किबिवोट यूजीन में पिछले महीने विश्व चैम्पियनशिप में पांचवें स्थान पर और साबले 11वें स्थान पर रहे थे । एथलेटिक्स में आने से पहले सेना की नौकरी में सियाचिन में तैनात रह चुके साबले डायमंड लीग में पांचवें स्थान पर रहे थे।

गोस्वामी ने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय 43:38.83 सेकेंड के साथ ऑस्ट्रेलिया की जेमिमा मोंटाग (42:34.30) के बाद दूसरा स्थान हासिल किया। कीनिया की एमिली वामुस्यी नगी (43:50.86) ने कांस्य पदक जीता। गोस्वामी ने जीत के बाद कहा ,‘‘ यह किसी भारतीय महिला का इस वर्ग में पहला राष्ट्रमंडल पदक है । मैं बहुत खुश हूं कि मैने इतिहास रचा ।’’ एक अन्य भारतीय भावना जाट 47:14.13 के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ आठवें और अंतिम स्थान पर रहीं। हरमिंदर सिंह दिल्ली में 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में 20 किमी पैदल चाल में कांस्य पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने थे।

दिव्या और मोहित ने जीते कांस्य
दिव्या काकरान (महिला 68) और मोहित ग्रेवाल (पुरुष 125) ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीत लिए हैं। दिव्या काकरान ने शुक्रवार को टोंगा की टाइगर लिली लेमाली को मात देकर कांस्य पदक जीता। दिव्या ने कांस्य पदक मैच में टाइगर लिली को हराने के लिये सिर्फ 26 सेकंड का समय लिया। दिल्ली स्टेट चैंपियनशिप में 60 पदक जीत चुकी दिव्या ने मैच शुरू होते ही टाइगर लिली को अपनी गिरफ्त में कस लिया और उन्हें चित्त (विन बाई फॉल) करके मुकाबला जीता। मोहित ग्रेवाल ने 125 किग्रा के कांस्य पदक मैच में जमैका के आरोन जॉनसन को चित्त करके कांस्य पदक प्राप्त किया। भारत बर्मिंघम 2022 में अब तक 27 पदक जीत चुका है, जिसमें से छह पदक कुश्ती से आये हैं। साथ ही भारत नौ स्वर्ण पदकों के साथ पदक तालिका में पांचवें स्थान पर आ गया है।

मुक्केबाज अमित पंघाल और नीतू गंघास फाइनल में, रजत पदक पक्के
भारतीय मुक्केबाज अमित पंघाल ने शनिवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों की पुरूषों की फ्लाईवेट स्पर्धा में फाइनल में प्रवेश किया जबकि नीतू गंघास भी महिलाओं के (45-48 किग्रा) मिनिममवेट के फाइनल में पहुंच गईं जिससे दोनों के रजत पदक पक्के हो गये। सबसे पहले रिंग में उतरी नीतू ने सेमीफाइनल में कनाडा की प्रियंका ढिल्लों को आरएससी (रैफरी द्वारा मुकाबला रोकना) से पराजित कर अपना रजत पदक पक्का किया। अब वह फाइनल में मेजबान देश की रेश्जटान डेमी जेड के सामने होंगी। इसके बाद पंघाल ने सेमीफाइनल में जिम्बाब्वे के पैट्रिक चिनयेम्बा को सर्वसम्मत फैसले में 5-0 से पराजित किया। सात अगस्त को फाइनल में उनका सामना इंग्लैंड के मैकडोनल्ड कियारन से होगा।

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