केंद्रीय जांच एजेंसिया आज केंद्र सरकार के दबाव में काम कर रही है : गहलोत

केंद्रीय जांच एजेंसिया आज केंद्र सरकार के दबाव में काम कर रही है : गहलोत

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां आज केन्द्र सरकार के दबाव में काम कर रही है। गहलोत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘केन्द्रीय जांच एजेंसियां सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), इनकम टैक्स अपना काम निष्पक्ष होकर करे किसी को शिकायत नहीं हो …

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां आज केन्द्र सरकार के दबाव में काम कर रही है। गहलोत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘केन्द्रीय जांच एजेंसियां सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), इनकम टैक्स अपना काम निष्पक्ष होकर करे किसी को शिकायत नहीं हो सकती है.. दबाव में काम नहीं करें.. आज वो केन्द्र सरकार के दबाव में काम कर रही है.. यह हमारी शिकायत है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय ने जो फैसला दिया है वो कानून की दृष्टि से दिया है.. हालांकि उससे हम निराश हुये हैं.. क्योंकि ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स का दुरुपयोग हो रहा है देश के अंदर, तो हमें ऐतराज है.. हमें नहीं लाखों लोगों को ऐतराज है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि देश में लोकतंत्र रहे। संविधान के अंतर्गत कानून का राज है। कानून का राज रहेगा तो हम लोग सब खुशहाल रहेंगे.. अन्याय, अत्याचार नहीं होगा.. वरना लोकतंत्र कमजोर होगा।’’

इससे पहले गहलोत ने रविवार को हरिश्चन्द्र माथुर लोक प्रशासन संस्थान के सभागार में आयोजित वंश लेखक सम्मेलन और प्रतिभा सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र में विचारधारा की लड़ाई है हमारी इसमें कोई दुश्मनी नहीं होती है.. ना होनी चाहिए.. अपनी अपनी विचारधारा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह राज्य सरकार ने ऐतिहासिक अभिलेखों का डिजिटलाइजेशन किया है, उसी तरह वंश लेखक लेखन में नवाचार अपनाएं। उन्होंने कहा कि अकादमी द्वारा परम्परागत वंशावलियों के संरक्षण और संधारण के लिए सूचना एवं प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाए।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वंश लेखकों के हितों के लिए योजनाएं बना रही हैं। शीघ्र ही जयपुर में वंशावली संरक्षण एवं संवर्धन अकादमी का कार्यालय शुरू किया जाएगा। यहां से प्रदेश के वंश लेखकों के उत्थान में कार्य संपादित होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अभी तक 34 लाख ऐतिहासिक अभिलेखों की माइक्रोफिल्म बनाई जा चुकी है और 25 लाख अभिलेखों की शीघ्र बनाई जाएगी।

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