भाजपा जिला उपाध्यक्ष ने दिया पार्टी से इस्तीफा, कमल छोड़ हाथी पर होंगे सवार

अम्बेडकरनगर। यूपी की सियासत में वापसी की तैयारी में जुटी भाजपा को अम्बेडकरनगर में तगड़ा झटका लगा है। पार्टी के जिला उपाध्यक्ष और पूर्व विधानसभा प्रत्यासी चंद्रप्रकाश वर्मा ने अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।गत शनिवार को जिले में आये प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने जिले …

अम्बेडकरनगर। यूपी की सियासत में वापसी की तैयारी में जुटी भाजपा को अम्बेडकरनगर में तगड़ा झटका लगा है। पार्टी के जिला उपाध्यक्ष और पूर्व विधानसभा प्रत्यासी चंद्रप्रकाश वर्मा ने अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।गत शनिवार को जिले में आये प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर जीत के लिये कार्यकर्ताओं में उत्साह भरा था और आज रविवार को पार्टी के जिला उपाध्यक्ष ने सारा माहौल ही बदल दिया।कयास लगाया जा रहा है कि चन्द्र प्रकाश वर्मा जल्द ही बीएसपी ज्वाइन करेंगे।

राजनीतिक गलियारों में चन्द्र प्रकाश वर्मा के भाजपा छोड़ने की अटकलें काफी दिनों से लगाई जा रही थी,जिस पर आज उन्होंने विराम लगा दिया।पार्टी जिलाध्यक्ष को भेजे अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि अपने निजी कारणों से मैं कार्य करने में असमर्थ हूँ और अपने पद व पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।जाने अनजाने में हुई गलतियों के लिए चंद्रप्रकाश ने कार्यकर्ताओं से क्षमा भी मांगा है।

जिले की सियासत में बीजेपी को होगा नुकसान

भाजप में शामिल होने से पहले चंद्रप्रकाश वर्मा दो बार अकबरपुर नगरपालिका के चेयरमैन रह चुके हैं और खास बात यह है कि दोनों ही बार उन्होंने चुनाव निर्दल प्रत्याशी के रूप में लड़ा और जीता। 2017 विधानसभा चुनाव के पहले चंद्रप्रकाश वर्मा बीजेपी में शामिल हुए और पार्टी ने उन्हें अकबरपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया ,चंद्रप्रकाश चुनाव तो नही जीत सके लेकिन तकरीबन 57 हजार वोट पा कर पार्टी को एक सम्मानजनक स्थान पर खड़ा कर दिया। चंद्रप्रकाश वर्मा पिछडी जाति के बड़े नेताओं में शुमार थे और अकबरपुर विधानसभा में इनका खास दबदबा था।

सपा जहाँ पिछड़े नेताओं को शामिल कर पिछड़े जाति के वोट बैंक को साधने का प्रयास कर रही है और बीजेपी को पिछड़ा विरोधी साबित करने का प्रयास कर है वहीं अब पिछड़ी जाति के बड़े नेता द्वारा पार्टी छोड़ना भाजपा के लिए घातक माना जा रहा है। बीएसपी ज्वाइन कर सकते हैं चंद्रप्रकाश वर्मा। भाजपा जिला उपाध्यक्ष चंद्रप्रकाश वर्मा ने भले ही निजी कारणों का हवाला देकर पार्टी छोड़ी हो लेकिन पर्दे के पीछे की कहानी कुछ और ही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विधायक राम अचल राजभर के बसपा से निष्कासित होने के बाद से ही भाजपा में खुद को असहज महसूस कर रहे चंद्रप्रकाश ने बसपा से अपनी नजदीकियां बढ़ानी शुरू कर दी थी।

बसपा पार्टी के विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चंद्रप्रकाश वर्मा की बसपा सुप्रिमों से मुलाकात भी हो गयी और अकबरपुर विधानसभा से चुनाव लड़ाने पर सहमति भी बन गयी है।चंद दिनों के अंदर ही इसकी औपचारिक घोषणा भी हो जाएगी।ऐसा माना जा रहा है कि बसपा चंद्रप्रकाश के सहारे दलित,कुर्मी और अति पिछड़ा समीकरण साधने के फिराक में है।इस बारे में जब चंद्रप्रकाश वर्मा से बात हुई तो उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी छोड़ दी है और उनसे जब यह पूछा गया कि बसपा कब ज्वाइन करेंगे तो उन्होंने कहा कि अभी ऐसा कुछ नही है जब करेंगे तो बताएंगे।

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