ज्ञानवापी और बाबरी मस्जिद में बहुत अंतर : आजम

ज्ञानवापी और बाबरी मस्जिद में बहुत अंतर : आजम

रामपुर, अमृत विचार। पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां ने शुक्रवार की देर शाम अपने आवास पर हुई पत्रकार वार्ता में कहा कि मुकदमे कायम कराने वालों में कौन लोग शामिल हैं। कहा कि सभी राजनीतिक दल यह समझते हैं कि सभी मुसलमान सियासी जमातों के समीकरण खराब कर देते हैं। लिहाजा मैं यह कोशिश …

रामपुर, अमृत विचार। पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां ने शुक्रवार की देर शाम अपने आवास पर हुई पत्रकार वार्ता में कहा कि मुकदमे कायम कराने वालों में कौन लोग शामिल हैं। कहा कि सभी राजनीतिक दल यह समझते हैं कि सभी मुसलमान सियासी जमातों के समीकरण खराब कर देते हैं। लिहाजा मैं यह कोशिश करुंगा कि इस मामले में जितने उलेमा सेंटर्स हैं नदवा, बरेली, रामपुर, मुबारकपुर सबमें बात करुंगा कि वोट हमारी बर्बादी का कारण तो नहीं हैं। कहा कि मैं कोशिश करुंगा कि एक और एएमयू तैयार करुं। ज्ञानवापी की बाबत पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि ज्ञानवापी और बाबरी मस्जिद में बहुत अंतर है।

शहर के मोहल्ला घेर मीर बाज खां टंकी नंबर पांच स्थित अपने आवास पर हुई पत्रकार वार्ता में बुलडोजर की राजनीति के सवाल के जवाब में कहा कि कोई शिकायत नहीं है। कहा कि हमने तो विधानसभा में कहा था एक बार कि मुसलमानों का कानूनी शरीयत लागू कर दिया जाए। कहा कि जो अदालतें सजाए देतीं हैं वह कातिल के बारे में जो सजाए देती हैं, वही इस्लामी कानून में है। कातिल के बारे में जो सजाए हैं वही इस्लामी कानून में भी हैं। कहा कि मैं उन तमाम लोगों का शुक्रगुजार हूं जो जेल में जाकर मुझसे मिले हैं।

एक सवाल कि क्या मुसलमानों से वोट देने का अधिकार छीन लिया जाए इसके जवाब में आजम बोले मैंने तो ऐसा नहीं कहा। उनका भी शुक्रगुजार हूं जो मुझसे नहीं मिले हैं। कहा हाईकोर्ट के कुछ फैसलों में और सुप्रीम कोर्ट से शत-प्रतिशत मामलों में जिस तरह से हमें इंसाफ मिला है उसमें यही कहा जा सकता है कि सुप्रीम कोर्ट ने विधाता की तरफ से जो शक्ति उसको मिली थी उसका सही और जायज इस्तेमाल किया है। कहा कि उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एक शेर सुना था कि-चश्मे सैयद लग रहा है कि फिर उठे शायद कोई दीवाना अलीगढ़ के बियाबानो से।

कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि एक और एएमयू तैयार किया जाए। ज्ञानवापी मामले पर सवाल के जवाब में कहा कि बाबरी और ज्ञानवापी की सुनवाई में काफी अंतर है। बाबरी पर सालों बाद फैसला आया था। ज्ञानवापी पर सुप्रीम कोर्ट ने चंद दिनों में आदेश दिए हैं। आजम खां ने कहा कि जेल में उनसे एक दरोगा ने कहा कि रामपुर में बचकर रहें रामपुर में एनकाउंटर हो सकता है।

जौहर यूनिवर्सिटी पर किए गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जौहर यूनिवर्सिटी हमेशा बुलंद रहेगी। जौहर के जौहर कोई रोक नहीं सकता। अखिलेश यादव को लेकर किए गए एक सवाल को आजम टाल गए। हालांकि उन्होंने इशारों-इशारों में अपनों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं कभी नेता नहीं रहा शुरू से ही शिक्षाविद रहा हूं। मैं लोगों की सेवा कर सकूं, ताउम्र मैंने यही साबित करने की कोशिश की। इसी का नतीजा है कि लोगों ने इतनी बार जीत दिलाई।

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