राष्ट्रमंडल खेलों से पहले बड़ा विवाद, बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन ने BFI पर लगाया मानसिक उत्पीड़न का आरोप

राष्ट्रमंडल खेलों से पहले बड़ा विवाद, बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन ने BFI पर लगाया मानसिक उत्पीड़न का आरोप

नई दिल्ली। राष्ट्रमंडल खेलों (कॉमनवेल्थ गेम्स 2022) की शुरुआत से पहले ही भारतीय दल में विवाद हो गया है। ओलंपिक मेडल विजेता लवलीना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। लवलीना बोरगोहेन ने आरोप लगाया कि उनके कोच को काफी देरी से दल में शामिल किया गया है। इन …

नई दिल्ली। राष्ट्रमंडल खेलों (कॉमनवेल्थ गेम्स 2022) की शुरुआत से पहले ही भारतीय दल में विवाद हो गया है। ओलंपिक मेडल विजेता लवलीना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। लवलीना बोरगोहेन ने आरोप लगाया कि उनके कोच को काफी देरी से दल में शामिल किया गया है। इन सब चीजों से उन्हें मानसिक रूप से परेशानी का सामना करना पड़ा है। बीएफआई में चल रही राजनीति के कारण वह अपने ट्रेनिंग पर ध्यान नहीं दे पा रही हैं।

लवलीना ने ट्विटर पर लिखा, ‘आज मैं बहुत दुख के साथ कह रही हूं कि मुझे (मानसिक तौर पर) प्रताड़ित किया जा रहा है। ओलंपिक में पदक लाने में मेरी मदद करने वाले कोच को मेरे अभ्यास और प्रतियोगिता के समय हर बार हटाकर मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है।’’  इनमें से एक कोच संध्या गुरुंग जी द्रोणाचार्य अवॉर्डी भी हैं। मेरे दोनों कोच को कैम्प में भी ट्रेनिंग के लिए हजार बार हाथ जोड़ने के बाद बहुत लेट से शामिल किया जाता है। मुझे इससे ट्रेनिंग मैं बहुत परेशानियां उठानी पड़ती हैं और मेंटल हैरेसमेंट तो होती ही हैं।

लवलीना ने कहा, ‘अभी मेरे कोच संध्या गुरुंग जी कॉमनवेल्थ विलेज के बाहर हैं और उन्हें एंट्री नहीं मिल रही है। ऐसा तब हो रहा है जब कॉमनवेल्थ गेम्स में मेरे मुकाबले शुरू होने में आठ दिन ही बचे हैं। मेरे दूसरे कोच को भी वापस भारत भेज दिया गया है। मुझे समझ नहीं आ रहा मैं कैसे फोकस करूं? इसी के कारण पिछली वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी मेरा परफॉर्मेंस खराब हुआ था। अब राजनीति के कारण मैं कॉमनवेल्थ भी खराब नहीं करना चाहती हूं। आशा करती हूं कि मैं मेरे देश के लिए पॉलिटिक्स को तोड़ कर मेडल ला सकूं। जय हिंद।

लवलीना के सपोर्ट में उतरीं प्रियंका गांधी
उधर कांग्रेस लीडर प्रियंका गांधी ने भी लवलीना के सपोर्ट में ट्वीट किया है। प्रियंका ने लिखा, ‘लवलीना हमारे राष्ट्र के लिए एक संपत्ति है, उन्हें हर तरह से प्रोत्साहित और समर्थन किया जाना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि सरकार उनकी शिकायत पर गौर करेगी और उन्हें हो परेशानी को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।

बीएफआई सचिव हेमंत कलिता ने क्या कहा?
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने कहा कि एक्रीडिटेशन प्रक्रिया का प्रबंधन भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) द्वारा किया जा रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा। बीएफआई सचिव हेमंत कलिता ने कहा, ‘‘आईओए और बीएफआई लगातार संध्या का एक्रीडिटेशन प्राप्त करने के लिए काम कर रहे हैं। यह आईओए के हाथ में है लेकिन आज या कल तक आ जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमने पहले सभी नाम दिए थे लेकिन एक कोटा प्रणाली है। क्वालीफाई करने वाले एथलीटों की संख्या के आधार पर 25 प्रतिशत कोटा है। इसलिए हमारे पास चार अधिकारी थे, जिनमें कोच, चिकित्सक आदि शामिल है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने आईओए से कोटा बढ़ाकर आठ करने की मांग की है। इसमें चार खेल गांव के अंदर रहेंगे और चार बाहर। चार कोच दिन में खिलाड़ियों के साथ समय बिताकर रात में खेल गांव से बाहर निकल जायेंगे।’’ इस बीच भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने कहा कि वह मामले का उचित समाधान निकालने की कोशिश कर रहा है। साइ ने कहा, ‘‘ साइ ने मामले को बीएफआई के समक्ष उठाया है। खेल मंत्रालय आईओए से बात कर मामले को सुलझाने और लवलीना को सर्वश्रेष्ठ तैयारी करने में मदद सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है। वह इन खेलों में पदक की मजबूत दावेदार है।’’

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