गोवा चुनाव से पहले, कांग्रेस ने स्थानीय लोगों के भूमि अधिकारों के लिए कानून लाने का किया वादा

गोवा चुनाव से पहले, कांग्रेस ने स्थानीय लोगों के भूमि अधिकारों के लिए कानून लाने का किया वादा

पणजी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा है कि उनकी पार्टी यदि गोवा में सरकार में आती है तो स्थानीय लोगों के भूमि अधिकारों के संरक्षण के लिए कानून लाएगी। चिदंबरम ने वालपोई विधानसभा क्षेत्र में शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस कानूनी तरीकों से राज्य में लौह …

पणजी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा है कि उनकी पार्टी यदि गोवा में सरकार में आती है तो स्थानीय लोगों के भूमि अधिकारों के संरक्षण के लिए कानून लाएगी। चिदंबरम ने वालपोई विधानसभा क्षेत्र में शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस कानूनी तरीकों से राज्य में लौह अयस्क का खनन पुन: शुरू करेगी।

वालपोई से इस समय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता विश्वजीत राणे विधायक हैं जो गोवा के स्वास्थ्य मंत्री हैं। चिदंबरम अगले साल गोवा में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के वरिष्ठ चुनाव पर्यवेक्षक हैं। उन्होंने भूमि अधिकारों के लिए स्थानीय लोगों, विशेष रूप से आदिवासियों के प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए कहा कि मैं देशभर में भूमि कानूनों को जानता हूं।

गोवा में कानून बनाने की गुंजाइश है। चिदंबरम ने कहा कांग्रेस जमीन के संदर्भ में काश्तकारों को संरक्षण प्रदान करने के लिए कानून बनाएगी। उन्होंने कहा, ”इसे काश्तकारी अधिकार संरक्षण अधिनियम कहा जाता है। काश्तकार जमीन पर पैदावार कर सकता है और उसके बाद, उसका परिवार खेती करता रह सकता है। भारत में ऐसा कानून है।

गोवा में इस तरह का कानून लागू किया जाएगा। गोवा में खनन एक समय राजस्व का प्रमुख स्रोत होता था और 2018 में उच्चतम न्यायालय के एक आदेश के बाद से यह रुका हुआ है। चिदंबरम ने इस विषय पर कहा कि खनन बहाल करने का एक कानूनी रास्ता है। उन्होंने विस्तार से जानकारी नहीं दी, लेकिन कहा, ”कांग्रेस की सरकार बनती है तो कानूनी तरीके से खनन पुन: शुरू किया जाएगा।

चिदंबरम ने यह भी कहा कि वालपोई विधानसभा से कांग्रेस के उम्मीदवार का चयन पार्टी की ब्लॉक इकाई द्वारा सुझाए गए नामों में से किया जाएगा। गोवा में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में 40 सीटों में 17 पर जीत हासिल कर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन कुछ क्षेत्रीय दलों और निर्दलीय विधायकों के साथ मिलकर तब भाजपा ने राज्य में सरकार बनाई थी। इस समय कांग्रेस के गोवा में केवल चार विधायक हैं।

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