बरेली: तमिलनाडु से ईवीएम लाने को कंटेनर के साथ रवाना हुए सुरक्षाकर्मी

बरेली, अमृत विचार। नगर निकाय चुनाव को देखते हुए प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गई हैं। कई दिन से चल रही मशक्कत के बाद आखिरकार गुरुवार को कंटेनरों को लेकर सुरक्षाकर्मी ईवीएम लाने के लिए तमिलनाडु रवाना हो गए। शुक्रवार को तीन सदस्यीय टीम भी रवाना होगी। करीब ढाई हजार किलोमीटर की दूरी एक तरफ से …

बरेली, अमृत विचार। नगर निकाय चुनाव को देखते हुए प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गई हैं। कई दिन से चल रही मशक्कत के बाद आखिरकार गुरुवार को कंटेनरों को लेकर सुरक्षाकर्मी ईवीएम लाने के लिए तमिलनाडु रवाना हो गए। शुक्रवार को तीन सदस्यीय टीम भी रवाना होगी। करीब ढाई हजार किलोमीटर की दूरी एक तरफ से तय करने के बाद टीम ईवीएम लेकर आएगी।

निकाय चुनाव दिसंबर में होने प्रस्तावित बताए जा रहे हैं। इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। पिछले दिनों चुनाव आयोग ने बिहार, झारखंड, तमिलनाडु से ईवीएम लाने के आदेश दिए थे। वहां की ईवीएम से ही चुनाव कराए जाएंगे। निर्वाचन आयोग के आदेश के बाद कई दिन से तमिलनाडु से ईवीएम लाने की तैयारी चल रही थी। बुधवार को ही जाना था, लेकिन एआरटीओ की ओर से कंटेनर नहीं मुहैया कराए जा सके थे, इस वजह से दिक्कत हुई थी, लेकिन गुरुवार को एआरटीओ ने कंटेनरों को उपलब्ध करा दिया। इसके बाद कंटेनरों को तमिलनाडु रवाना कर दिया गया है।

ईवीएम कड़ी सुरक्षा के बीच लाई जाएंगी। इसके लिए तीन कंटेनरों के साथ सुरक्षा कर्मियों को भी भेजा गया है। जबकि तीन कंटेनर इन्हें तमिलनाडु से मुहैया कराए जाएंगे। तीन सदस्यीय टीम शुक्रवार को जाएगी, इसमें तीन चकबंदी सीओ और तीन उनके सहयोगी रहेंगे। तीन दिन जाने में और इतने ही दिन आने में समय लग सकता है। तमिलनाडु से ईवीएम लेकर टीम जल्द लौटेगी। प्रभारी सहायक निर्वाचन अधिकारी अंजनी प्रताप सिंह ने बताया कि तमिलनाडु से 3900 ईवीएम लाई जानी हैं, तैयारी पूरी हो गई है।

बिहार, झारखंड से बाद में लाएंगे ईवीएम
तीन राज्यों से ईवीएम लानी हैं, लेकिन सबसे पहले तमिलनाडु से लाने की प्लानिंग की गई है। इसकी वजह है कि तमिलनाडु काफी दूर है, जबकि बिहार और झारखंड की दूरी कम है। इसलिए इन प्रदेशों से बाद में आसानी से ईवीएम आ जाएंगी।

तेलगू और हिंदी भाषा को लेकर भी असमंजस
ईवीएम लाने की जिन अफसरों को जिम्मेदारी मिली है, उन्हें तेलगू भाषा नहीं आती है, जबकि तमिलनाडु में हिंदी भाषा को लेकर दिक्कत है। ऐसे में अफसरों के सामने असमंजस की स्थित है। वह किसी तरह से तमिलनाडु के अफसरों से तालमेल बना रहे हैं। अंग्रेजी में बात कर समझाने की कोशिश कर रहे हैं और उसी बातचीत के आधार पर तमिलनाडु जाएंगे।

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