बरेली: जर्जर तारों में गुच्छा बनकर लटक रहा मंडलायुक्त का आदेश

बरेली: जर्जर तारों में गुच्छा बनकर लटक रहा मंडलायुक्त का आदेश

बरेली, अमृत विचार। शहर में लगातार बिजली के जर्जर तार की वजह से हुए हादसों के बाद मंडलायुक्त ने जर्जर तारों को हटाने के लिए विद्युत निगम के अफसरों को निर्देश दिए थे। मगर शहर में कुछ दिन अभियान चलाने के बाद अब अधिकारी भी शांत होकर बैठ गए है। शहर में अभी भी गली …

बरेली, अमृत विचार। शहर में लगातार बिजली के जर्जर तार की वजह से हुए हादसों के बाद मंडलायुक्त ने जर्जर तारों को हटाने के लिए विद्युत निगम के अफसरों को निर्देश दिए थे। मगर शहर में कुछ दिन अभियान चलाने के बाद अब अधिकारी भी शांत होकर बैठ गए है। शहर में अभी भी गली मोहल्लों में बिजली के जर्जर तार और पोल से हमेशा हादसे का डर बना हुआ है लेकिन लापरवाह अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे है।

जर्जर हाईटेंशन लाइन टूटने से बीते पिछले माह में शहर में तीन बड़े हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई। जिसके बाद मंडलायुक्त ने विद्युत निगम के अफसरों के साथ बैठक कर खंभों से तारों का मकड़जाल हटाने के निर्देश दिए थे। निर्देश मिलने के बाद बिजली अफसरों ने कुद दिन अभियान चलाकर खानापूर्ति कर दी। शहर के विभिन्न इलाकों के बिजली तारों के मकड़जाल और अन्य अव्यवस्थाओं का आज भी अंबार लगा है।

लोगों का कहना है कि आबादी वाले इलाकों में हाईटेंशन लाइनों को भूमिगत किया जाना जरूरी है ताकि तार टूटकर गिरने से किसी की जान न जाए। कुछ दिन पहले ही हाईटेंशन लाइन का तार टूटकर गिरने से ग्रीन पार्क गेट पर कमलजीत और मलूकपुर में शमशाद पेंटर की मौत हो चुकी है। इससे पहले भी इन जर्जर और खराब तारों व खंभों में करंट उतरने से मौत हो चुकी हैं। वहीं देहात क्षेत्र में लगातार जर्जर तार की वजह से हादसों में लोगों की मौत हो रही थी।

मंगलवार को सिरौली के पिपिरया गांव में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर एक 10वीं कक्षा के छात्र की मौत हो गई थी। उसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया था। जिसके बाद एसडीएम पारुल तरार ने जल्द ही तारों को हटवाने का आश्वासन दिया था।

हरूनगला में कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
हरूनगला में बढ़ते हुए नाले के कटान की वजह से बिजली के पोल की जमीन खिसकने के चलते गिरने की हालत में है। हाल ये हैं कि तार एक मकान पर भी गिर चुके हैं। यही नहीं, पोल करीब आधा दर्जन मोहल्लों में इस वजह से बिजली कटौती भी होती रहती है। इसके अलावा हाईटेंशन लाइन टूटने से हादसे का भी खतरा रहता है।

9 जून को एक तेल का टैंकर अनियंत्रित होकर नाले को क्षतिग्रस्त करते हुए गिर गया था। इसके बाद नगर निगम ने नाले को दोबारा ठीक करने का आश्वासन दिया। बावजूद इसके नाला ठीक नहीं किया गया। बल्कि अत्यधिक बारिश की वजह से आसपास जमीन कटाव होने लगा। आठ अगस्त को 33 केवी लाइन का एक पोल मिट्टी के कटान की वजह से बिजली का पोल गिरने की हालत में है।

अधिकारियों के निर्देश पर लगातार अभियान चलाया जा रहा है। अगर शहर में अभी भी बिजली के जर्जर तार लटक रहे है तो उन्हें भी हटवाया जाएगा। -विकास सिंघल, शहर अधीक्षण अभियंता