बरेली: अफसरों के दावे झूठे, घर बैठे आधार संशोधन की सुविधा धड़ाम

बरेली: अफसरों के दावे झूठे, घर बैठे आधार संशोधन की सुविधा धड़ाम

बरेली, अमृत विचार। किसानों की पीएम सम्मान निधि योजना हो या फिर कोई अन्य लाभार्थीपरक योजना सभी में आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है। यहां तक कि अब छात्रवृत्ति भी उन्हीं को मिलेगी जिनके आधार पर मोबाइल नंबर अपडेट होंगे। आधार बिना किसी योजना का लाभ नहीं मिलेगा। लेकिन घर बैठे आधार अपेडट समेत कई …

बरेली, अमृत विचार। किसानों की पीएम सम्मान निधि योजना हो या फिर कोई अन्य लाभार्थीपरक योजना सभी में आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है। यहां तक कि अब छात्रवृत्ति भी उन्हीं को मिलेगी जिनके आधार पर मोबाइल नंबर अपडेट होंगे। आधार बिना किसी योजना का लाभ नहीं मिलेगा। लेकिन घर बैठे आधार अपेडट समेत कई तरह की सुविधाएं देने का दावा करने वाले डाक विभाग के अफसरों का दावा इन दिनों नाकाफी साबित हो रहा है। आलम यह है कि प्रधान डाकघर पर आधार बनवाने को सुबह ही लंबी लाइन लग जाती है।

शनिवार सुबह करीब 11 बजे सिविल लाइंस स्थित प्रधान डाकघर में नए आधार कार्ड बनवाने और इसमें संसोधन कराने वालों की लंबी भीड़ लगी थी। इसमें महिलाएं भी शामिल रहीं। कई लोग ऐसे भी मिले जो एक सप्ताह में 2 से 3 बार आधार कार्ड बनवाने के लिए डाकघर के चक्कर लगा रहे हैं। इसके अलावा कुछ लोग ऐसे भी थे जिनका कहना था कि हर बार दस्तावेज में कोई न कोई नई खामियां बताकर लौटा दिया गया।

सिद्धार्थनगर की सुनैना ने बताया कि वह दूसरी बार आई लेकिन लाइन में लगने के बाद भी आधार कार्ड में पता परिवर्तित नहीं हो सका। दिव्य प्रकाश ने बताया कि पिछले महीने पत्नी के साथ आए थे। तीसरी बार आना पड़ा है। हर बार दस्तावेजों में कमियां बताकर अड़ंगा लगा दिया जाता हैं। उन्होंने बताया कि शादी के बाद पत्नी के आधार कार्ड में पता सही कराना है। इधर, प्रवर अधीक्षक पीके सिंह ने बताया कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में आधार संसोधन के लिए डाकिये घर-घर संपर्क कर रहे हैं।

बच्चों के आधार कार्ड भी घर पर बनाए जाने की योजना है। बहुत से लोग इस जानकारी के आभाव में डाकखाना आकर परेशान हो रहे हैं। आधार में संसोधन का कार्य तो घर बैठे भी हो सकता है।