बरेली: शिक्षण संस्थानों में हो रहा लाखों लीटर जल बर्बाद, इसे रोकने के महाविद्यालयों में जल संचय जरूरी

बरेली: शिक्षण संस्थानों में हो रहा लाखों लीटर जल बर्बाद, इसे रोकने के महाविद्यालयों में जल संचय जरूरी

बरेली,अमृत विचार। राष्ट्रीय सेवा योजना छात्र इकाई- प्रथम बरेली कॉलेज, बरेली के स्वयंसेवकों ने प्रकृति संरक्षण अभियान के अंतर्गत क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी बरेली डॉ.संध्या रानी को घटते भूजल के संबंध में तथ्यों से अवगत कराया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ राजीव यादव ने क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी को बताया कि रुहेलखंड परिक्षेत्र में 500 से अधिक …

बरेली,अमृत विचार। राष्ट्रीय सेवा योजना छात्र इकाई- प्रथम बरेली कॉलेज, बरेली के स्वयंसेवकों ने प्रकृति संरक्षण अभियान के अंतर्गत क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी बरेली डॉ.संध्या रानी को घटते भूजल के संबंध में तथ्यों से अवगत कराया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ राजीव यादव ने क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी को बताया कि रुहेलखंड परिक्षेत्र में 500 से अधिक महाविद्यालय संचालित होते हैं। जहां प्रतिदिन लाखों लीटर स्वच्छ जल का दोहन किया जाता है और इस जल को उपयोग के उपरांत नालियों में बहा दिया जाता है। महाविद्यालय में

जल शोधन यंत्र भी नहीं लगाए गए हैं। वर्षा का जल भी बह जाता है। इसे बचाने के लिए प्रत्येक महाविद्यालयों में वर्षा जल संचयन संयंत्र स्थापित किए जाने चाहिए। वहीं महाविद्यालयों में उपयोग किए जा रहे हैं जल के मापन के लिए मापक यंत्र या जल मीटर भी लगाए जाने चाहिए। स्वयंसेवकों से बात करने के उपरांत क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी ने आश्वस्त किया कि वह शीघ्र ही रुहेलखंड परिक्षेत्र के सभी महाविद्यालयों को निर्देशित करेंगे कि वह सभी अपने परिसर में भूजल मीटर, वर्षा जल संचयन, पुनर्भरण संयंत्र स्थापित करें।

क्षेत्रीय उच्चशिक्षा अधिकारी ने राष्ट्रीय सेवा योजना, बरेली कॉलेज छात्र इकाई- प्रथम के स्वयंसेवकों के इस प्रकृति संरक्षण अभियान की सराहना की तथा कहा कि इस अभियान में आवश्यकता पड़ने पर वह भी स्वयंसेवकों के साथ खड़ी होंगी। कार्यक्रम में आशुतोष गंगवार, आलोक शर्मा, मोहम्मद समीर, अमृतेश, अखिलेश प्रताप सिंह, मोहम्मद फैजल, चंद्र प्रकाश शर्मा, हर्षित शर्मा, भूपेंद्र आर्य, आदि मौजूद रहें।

ये भी पढ़ें – बरेली: शादी करने के लिए घर से भागे नाबालिग प्रेमी युगल को जीआरपी ने पकड़ा