बरेली: स्मार्ट सिटी में तारों से दांव पर लगी जिंदगी

बरेली: स्मार्ट सिटी में तारों से दांव पर लगी जिंदगी

बरेली, अमृत विचार। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट आदि के कामों के तहत स्ट्रीट लाइट व बिजली के दूसरे कामों में सरकारी मशीनरी की लापरवाही शहर के लोगों के लिए खतरे की घंटी बन गई है। कई जगहों पर पोल व डिवाइडरों पर तारों को खुला छोड़ दिया गया है। इनके पास से ही वाहन चालक और …

बरेली, अमृत विचार। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट आदि के कामों के तहत स्ट्रीट लाइट व बिजली के दूसरे कामों में सरकारी मशीनरी की लापरवाही शहर के लोगों के लिए खतरे की घंटी बन गई है। कई जगहों पर पोल व डिवाइडरों पर तारों को खुला छोड़ दिया गया है। इनके पास से ही वाहन चालक और पैदल यात्री भी गुजरते हैं। ऐसी संवेदनशील जगह होने के बावजूद नगर निगम प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि सोमवार को तेज बारिश के दौरान इंदिरानगर में एक पोल के स्विच से करंट फैल जाने से दशहत फैल गई थी। इसकी चपेट में आकर दो गायों की मौत गई थी।

नगर निगम स्मार्ट व 15वें वित्त आयोग से शहर में कई जगहों पर नई स्ट्रीट लाइटें लगवाने के साथ भूमिगत केबिल भी बिछाई गई हैं। अफसरों की लापरवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि नगर निगम के मुख्य गेट के पास ही डिवाइडर पर लगे पोल में तमाम खतरनाक केबिल को ऐसे ही खुला छोड़ दिया गया है। बरसात के दौरान इन तारों से आसपास करंट फैलने का खतरा बना हुआ है। इसके अलावा कोई वाहन चालक अगर अनियंत्रित होकर इन केबिलों के संपर्क में आ जाता है तो गिरने या चोट खाने से भले ही उसे कोई खास नुकसान न हो लेकिन वह अगर करंट की चपेट में आ गया तो उसका बचना मुश्किल ही होगा।

इस खतरे के बावजूद इन तारों को कवर्ड करने की सुध नहीं ली जा रही है। यही हाल इंदिरानगर में एक पोल का है। यहां स्विच न लगा होने से सोमवार को करंट सड़क पर फैल गया था।। इससे वहां पास में खड़ी गायें चपेट में आ गई और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसकी सूचना पाकर स्थानीय पार्षद सतीश चंद्र सक्सेना मम्मा सहित अन्य लोग मौके पर पहुंच गए और उन्होंने नगर निगम के अवर अभियंता राजीव शर्मा के साथ इसकी सूचना पावर कारपोरेशन के अधिकारियों व कर्मचारियों को देते हुए तत्काल आपूर्ति को बंद करा दिया। पार्षद का कहना है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो, इसके लिए अधिकारियों को ऐसी फाल्ट रोकने की कोशिश करनी चाहिए।

इधर स्टेडियम रोड पर भी फैंसी स्ट्रीट लाइटों को लगवाने के लिए अंडरग्राउंड केबिल बिछाई गई थी लेकिन वहां भी कई जगहों पर तारों के बाहर निकल जाने से जलभराव के दौरान पानी में करंट के फैलने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। इधर,पोल शिफ्टिंग के काम के दौरान भी पटेल चौक और चौपुला के पास भी खुले तारों को लेकर ऐसी लापरवाही दिखाई दी।

सुस्त पड़ा है नगर निगम का फील्ड स्टाफ
शहर की खराब स्ट्रीट लाइटों और उनके खुले वायर्स की नियमित निगरानी और उनकी फाल्ट को ठीक करने का जिम्मा नगर निगम के पथ प्रकाश विभाग के फील्ड स्टाफ पर है। इसके लिए जिम्मेदार अफसरों को भी उन पर शिकंजा कसना चाहिए लेकिन ऐसा न होने से स्ट्रीट लाइटों के खराब होने या उनके लगे स्वीच के खराब होने पर उनकी समय से मरम्मत नहीं हो पाती। पीलीभीत बाईपास, स्टेडियम रोड, आदर्श रोड सहित तमाम दूसरी सड़कों का यही हाल है।