बरेली: बुजुर्ग वैद्य की गला दबाकर हत्या, भतीजों पर शक

बरेली: बुजुर्ग वैद्य की गला दबाकर हत्या, भतीजों पर शक

बरेली, अमृत विचार। पिछले कई सालों से बरेली में रह रहे बुजुर्ग वैद्य की गला दबाकर हत्या कर दी गई। शनिवार की सुबह पड़ोसियों की सूचना पर बारादरी पुलिस वैद्य के घर पहुंची तो वहां बुजुर्ग का शव बिस्तर पर पड़ा मिला। पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों के न होने पर शव शिष्य को सौंप दिया …

बरेली, अमृत विचार। पिछले कई सालों से बरेली में रह रहे बुजुर्ग वैद्य की गला दबाकर हत्या कर दी गई। शनिवार की सुबह पड़ोसियों की सूचना पर बारादरी पुलिस वैद्य के घर पहुंची तो वहां बुजुर्ग का शव बिस्तर पर पड़ा मिला। पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों के न होने पर शव शिष्य को सौंप दिया गया। वहीं पड़ोसियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक पुलिस हत्या का शक मृतक के भतीजों पर जता रही है और उनकी तलाश में जुट गई है।

बारादरी थाना क्षेत्र के विवेक बिहार कॉलोनी निवासी महेंद्र सिंह (70) वैद्य मूल रूप से बदायूं जिले के दातागंज के रहने वाले थे। पिछले करीब 20 साल से महेंद्र सिंह विवेकनगर में रहकर लोगों का इलाज करते थे। वह अकेले ही रहते थे। पुलिस ने बताया कि विवेकनगर वाले घर का एक हिस्सा उनके भतीजे प्रदीप और मनोज का है। पुलिस ने बताया कि बुजुर्ग वैद्य के घर में पिछले कुछ दिनों से निर्माण कार्य चल रहा था। घर में अकेले होने के कारण महेन्द्र सिंह ने दातागंज से अपने भतीजे प्रदीप और मनोज को बुला लिया।

पड़ोसियों से मिली जानकारी के मुताबिक करीब आठ दिन पहले ही दोनों भतीजे बरेली पहुंचे थे, लेकिन शुक्रवार की रात अचानक गायब हो गए। वहीं निर्माण कार्य के चलते घर का दरवाजा हमेशा खुला रहता था। शनिवार की सुबह करीब 7 बजे पड़ोसी घर में पहुंचे तो बिस्तर पर महेंद्र सिंह का शव पड़ा था। लोगों ने इसकी सूचना बारादरी पुलिस को दी। बारादरी पुलिस ने वैद्य के भतीजों के बारे में पता किया तो दातागंज में भी उनके न होने की बात सामने आई।

वहीं पोस्टमार्टम में वैद्य महेंद्र सिंह की गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई है। इसके बाद से ही वैद्य की हत्या उनके भतीजों द्वारा किए जाने की आशंका जताई जा रही है। वहीं शनिवार की देर रात परिचितों की ओर से दी गई तहरीर पर बारादरी पुलिस ने दोनों भतीजों प्रदीप व मनोज के खिलाफ हत्या के आरोप में नामजद रिपोर्ट दर्ज की है। संपत्ति के लालच में हत्या की आशंका बारादरी इंस्पेक्टर नीरज मलिक ने बताया कि वैद्य होने के कारण महेंद्र सिंह के पास काफी लोगों का आना-जाना लगा रहता था। आशंका जताई जा रही है, कि उनके भतीजों को यह डर था कि महेन्द्र सिंह संपत्ति किसी और को न दे दें।

इसी वजह से उनके दोनों भतीजे हत्या करके फरार हो गए हैं। इंस्पेक्टर ने बताया कि दोनों के बारे में पता करने पर दातागंज में भी उनका कुछ पता नहीं चल सका है। पोस्टमार्टम के बाद शिष्य को दिया शव वैद्य महेंद्र सिंह पिछले करीब 20 साल से अकेले रह रहे थे, उनकी शादी भी नहीं हुई थी। वहीं बदायूं में रहने वाले उनके भाई मानसिक मंदित हैं। इसके चलते पोस्टमार्टम हाउस पर परिजनों के नाम पर उनका कोई मौजूद नहीं था। काफी इंतजार करने के बाद बारादरी पुलिस ने शव भमोरा के गांव कटका रमन निवासी नीलेश कुमार सिंह को सौंप दिया।

परिचितों की तहरीर पर दोनों भतीजों के खिलाफ हत्या के आरोप में नामजद रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है, जल्द आरोपी गिरफ्त में होंगे – नीरज मलिक, इंस्पेक्टर, बारादरी

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