बरेली: सीएआरआई ने विकसित की मुर्गी की नई प्रजाति, साल में देगी 175 अंडे

बरेली: सीएआरआई ने विकसित की मुर्गी की नई प्रजाति, साल में देगी 175 अंडे

बरेली, अमृत विचार। केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) ने किसानों की आय दोगुना करने के उद्देश्य से सामान्य से दो गुना अंडा देने वाली कैरी सलोनी नाम की मुर्गी की नई प्रजाति विकसित की है। इस प्रजाति की मुर्गी की खासियत यह है कि इसका वजन देसी मुर्गी से अधिक है। इस वजह से पशुपालकों के …

बरेली, अमृत विचार। केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) ने किसानों की आय दोगुना करने के उद्देश्य से सामान्य से दो गुना अंडा देने वाली कैरी सलोनी नाम की मुर्गी की नई प्रजाति विकसित की है। इस प्रजाति की मुर्गी की खासियत यह है कि इसका वजन देसी मुर्गी से अधिक है। इस वजह से पशुपालकों के लिए यह मांस के लिए भी काफी फायदेमंद है।

सीएआरआई के वैज्ञानिकों ने कड़कनाथ की संकर प्रजाति की कैरी सलोनी मुर्गी को विकसित किया है। वैज्ञानिकों के अनुसार देसी मुर्गी जहां सालभर में केवल 80 से 90 तक अंडे देती है, जबकि कैरी सलोनी सालभर में 175-190 तक अंडे दे सकती है। इसके अलावा देसी मुर्गी का औसतन वजन जहां एक से सवा किलो तक होता है, जबकि कैरी सलोनी का वजन डेढ़ से दो किलो है। इससे मुर्गी पालकों को ज्यादा फायदा मिल सकता है।

तीन पीढ़ियों का किया गया अध्ययन
संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डा. चंद्रहास ने बताया कि वर्ष 2017 में कैरी सलोनी विकसित करने का प्रोजेक्ट शुरू किया। उन्होंने इस प्रजाति के सफल होने के लिए पांच साल तक तीन पीढ़ियों का अध्ययन किया। इस अध्ययन में मुर्गी के बच्चे में वृद्धि, बाह्य संरचना, नर पक्षी कितने दिनों में बेचने लायक हो रहा, मादा कितने दिनों में अंडा देना शुरू कर रही, पूरे एक साल में कितने अंडे दिए, अंडे का कलर, वजन समेत अन्य बातों पर अध्ययन किया गया।

बाह्य संरचना में कड़कनाथ से मेल खाती है कैरी सलोनी
डा. चंद्रहास के अनुसार कैरी सलोनी भारतीय देशी नस्ल की मुर्गी कड़कनाथ की संकर प्रजाति है, जो देखने में बिल्कुल कड़कनाथ जैसी दिखाई देती है। पक्षी के पक्षति (पंख), त्वचा, चोंच, गर्दन, पंजे व तलवे काले व ग्रे रंग के होते हैं। पक्षी के अधिकांश आंतरिक अंग कड़कनाथ की तरह ही काले दिखाई देते हैं। मेलेनिन पिंगमेट जमा होने के कारण मांसपेशियों और ऊतकों का रंग काला होता है, जिससे वसा और मांस फाइबर की लंबाई में कमी व प्रोटीन में वृद्धि होती है। संस्थान के फार्म पर अध्ययन के बाद कैरी सलोनी को किसानों के फार्म पर अध्ययन के लिए भेजा जाएगा। इसके लिए बरेली व लखनऊ के किसानों को चिहिन्त किया गया है।

वैज्ञानिकों की ओर से किया गया अध्ययन
कैरी सलोनी
20 सप्ताह आयु पर नर शरीर का भार 1738 ग्राम
20 सप्ताह आयु पर मादा शरीर का भार 1252 ग्राम
लैंगिक परिपक्वता की आयु 171 दिन
64 सप्ताह की आयु पर अंडा उत्पादन 175
40 सप्ताह की आयु पर अंडे का भार 52 ग्राम
प्रजनन क्षमता 84 प्रतिशत
हैचेबिलिटी 83 प्रतिशत

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