बरेली: अलीगंज से बांग्लादेशी महिला पति संग गिरफ्तार

बरेली: अलीगंज से बांग्लादेशी महिला पति संग गिरफ्तार

आंवला/अलीगंज, अमृत विचार। अलीगंज में अवैध तरीके से रह रही बांग्लादेश की महिला को खुफिया एजेंसियों की सूचना के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को उसके पास से भारत के आधारकार्ड, पासपोर्ट, पैन कार्ड समेत कई और दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने उसके कागज बनाने में सहयोग करने वाले उसके डाक्टर …

आंवला/अलीगंज, अमृत विचार। अलीगंज में अवैध तरीके से रह रही बांग्लादेश की महिला को खुफिया एजेंसियों की सूचना के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को उसके पास से भारत के आधारकार्ड, पासपोर्ट, पैन कार्ड समेत कई और दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने उसके कागज बनाने में सहयोग करने वाले उसके डाक्टर पति पर भी धोखाधड़ी और जालसाजी अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि बांग्लादेश की रहने वाली विनति विवा वर्ष 2015 में बांग्लादेश के पासपोर्ट और वीजा से बरेली आई थी। यहां पर उसने बदायूं में डा. समरेंद्र से विवाह कर लिया। इसके बाद वह अलीगंज में रहने लगी। उसने पति के सहयोग से फर्जी तरीके से अपना जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड समेत अन्य जरूरी कागज बनवा लिए। फिर उसने अपना पासपोर्ट बनाया। इसके बाद भी उसने बांग्लादेश के रहने वाले अपने परिवार से संपर्क रखा।

कुछ समय पहले उसे पता चला कि उसकी मां की तबीयत खराब है। इसपर पर वह अपना पासपोर्ट लेकर हरदासपुर बार्डर पर पहुंची। वहां विनति विवा के फिंगर प्रिंट चैकिंग के दौरान पता चला कि उसका बांग्लादेश से पासपोर्ट पहले ही बना हुआ है। इस पर वहां तैनात फोर्स से उसे बांग्लादेश नहीं जाने दिया और वह वापस लौट आई।

इसके बाद से सीमा सुरक्षा बल की रिपोर्ट पर खुफिया विभाग उसकी जांच में जुट गया। खुफिया विभाग की सूचना पर पुलिस ने रविवार को विनति विवा और उसके पति को धोखाधड़ी, षड़यंत्र करने और विदेश अधिनियम के साथ-साथ पासपोर्ट अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। बाद में दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया।

महिला के नाम पर है 150 गज जमीन
डाक्टर पति ने शादी के बाद पत्नी के सारे कागज फर्जी तरीके से बनवाए और फिर उसके नाम पर गांव में ही 150 गज का प्लाट भी खरीदा था। पुलिस को संदेह है कि आरोपी दंपति के पास और भी संपत्ति हो सकती है। उसकी जांच की जा रही है।

बांग्लादेश से आया था कथित डाक्टर
जानकारी में पता चला है कि समरेंद्र मंडल भी 2008 में बरेली आया था। तब से वह अलीगंज में ही किराये पर रहता था। 2015 में वह बांग्लादेश गया और फिर उसने विनति विवा से शादी कर ली। विनति विवा मंडल के एक बेटा सुप्रतीक और एक बेटी सयोक्ता उम्र डेढ़ वर्ष हैं।

पकड़े गए तो बताया पुलिस को सच
पूछताछ में पकड़े जाने पर कथित डाक्टर ने बताया कि उसकी पत्नी बांग्लादेश की ही रहने वाली है। उसका पता मुंशीगंज मथुरापुर होरीनगर थाना श्यामनगर जिला सतखीरा बांग्लादेश है। वह बांग्लादेश के पासपोर्ट से आयी, तब से वह यहां रह रही है।

यह प्रमाण पत्र कराए थे तैयार
पुलिस को महिला के पास से भारत का पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट, मूलनिवास ,राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, आदि दस्तावेज मिले हैं। वह सब फर्जी तरीके से तैयार कराए गए हैं ।

नाकाम रही एलआईयू और पुलिस
सात साल पहले बांग्लादेश से बरेली आई वहां की महिला के सारे कागज बन गए। इसके बाद उसका पासपोर्ट बनने में एलआईयू और थाना पुलिस ने भी जांच की लेकिन किसी को यह भनक तक नहीं लगी की उसके सारे कागजात फर्जी तरीके से बनाए गए हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि कई और लोग भी वहां से आकर आसपास में फर्जी कागज बनाकर रह रहे हों।

पुलिस और एलआईयू से कहां पर चूक हुई इसकी जांच कराई जाएगी। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगीरोहित सिंह सजवाण, एसएसपी।

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