बरेली: ठुकराई गई और अपने अधिकारों से वंचित स्त्री की कहानी है अपराजिता

बरेली: ठुकराई गई और अपने अधिकारों से वंचित स्त्री की कहानी है अपराजिता

बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की ओर से और दया दृष्टि चैरिटेबल ट्रस्ट के संयोजन में विंडरमेयर थिएटर में राज्य नाट्य समारोह के तीसरे दिन वाराणसी के कलाकारों ने अपराजिता नाटक का मंचन किया। वाराणसी की संस्था मंथन ने नितीश सेन की बांग्ला कृति के हिंदी रूपांतरण के माध्यम से एक परित्यक्त …

बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की ओर से और दया दृष्टि चैरिटेबल ट्रस्ट के संयोजन में विंडरमेयर थिएटर में राज्य नाट्य समारोह के तीसरे दिन वाराणसी के कलाकारों ने अपराजिता नाटक का मंचन किया। वाराणसी की संस्था मंथन ने नितीश सेन की बांग्ला कृति के हिंदी रूपांतरण के माध्यम से एक परित्यक्त स्त्री के जीवन की त्रासदी को उकेरा।

परितोष प्रसाद भट्टाचार्य के निर्देशन में अर्चना शर्मा ने 75 मिनट में 20 किरदार पेश किए। अपराजिता एक ऐसी स्त्री की कहानी है जिसे सारा जीवन हर रिश्ते, हर जगह और हर अधिकार से वंचित किया जाता रहा। पहले तो शादी करके उसे अपने घर से हटाया जाता है, फिर ससुराल से हटाया जाता है और जब वह मायके लौटती है तो वहां से भी हटाया जाता है। आखिरकार उसको वेश्यावृत्ति के अंधेरे कुएं में धकेल दिया जाता है। अर्चना शर्मा के अभिनय ने सभी दर्शकों को प्रभावित किया

नाटक का हिंदी रूपांतरण, परिकल्पना और निर्देशन डा. परितोष प्रसाद भट्टाचार्य का रहा। राजेश्वर त्रिपाठी के अनूठे प्रकाश संयोजन और अमित सिंह के भावपूर्ण पार्श्व संगीत की बदौलत नाटक और भी अधिक प्रभावशाली बन गया। कला और मंच सज्जा में प्रवीण गुप्ता का कार्य सराहनीय रहा। मंच निर्माण में प्रवीण गुप्ता और मल्लिकार्जुन की जोड़ी ने प्रभावित किया। अंत में यू.पी.एस.एन.ए. की नाट्य सर्वेक्षक शैलजा कांत ने निर्देशक परितोष प्रसाद भट्टाचार्य को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर इतिहासकार और साहित्यकार सुधीर विद्यार्थी, दया दृष्टि चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन डा. बृजेश्वर सिंह आदि मौजूद रहे। पांच दिवसीय राज्य नाट्य समारोह में केवल अकादमी पुरस्कार विजेताओं के नाटकों का ही मंचन किया जा रहा है। अब 18 नवम्बर को प्रयागराज की कोलाज कल्चरल सोसाइटी का नाटक मृच्छकटिकम और फिर 19 नवम्बर को आजमगढ़ से आए सूत्रधार के कलाकार बोंदू अहिर का मंचन करेंगे।