बरेली: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता करेंगी अतिकुपोषित बच्चों को चिन्हित

बरेली: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता करेंगी अतिकुपोषित बच्चों को चिन्हित

बरेली,अमृत विचार। कुपोषण खत्म करने के लिए सितंबर माह में राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इस वर्ष पोषण माह दो मुख्य उद्देश्य पर आधारित है। पहला अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित व उनकी मॉनिटरिंग और दूसरा किचन गार्डन को बढ़ावा देने के लिए पौधरोपण अभियान चलाना। जिला …

बरेली,अमृत विचार। कुपोषण खत्म करने के लिए सितंबर माह में राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इस वर्ष पोषण माह दो मुख्य उद्देश्य पर आधारित है। पहला अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित व उनकी मॉनिटरिंग और दूसरा किचन गार्डन को बढ़ावा देने के लिए पौधरोपण अभियान चलाना।

जिला कार्यक्रम अधिकारी आरबी सिंह ने बताया कि सभी बच्चों को पोषित बनाना पोषण माह का मुख्य उद्देश्य है। शासन द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह मनाए जाने के निर्देश दिए जा चुके हैं। कार्यक्रमों के सफल आयोजनों के लिए सभी सीडीपीओ, सुपरवाइज़रों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं।

बताया की पोषण माह की गति को इस वर्ष भी बनाए रखने के लिए तृतीय राष्ट्रीय पोषण माह सितंबर 2020 में बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में व्याप्त रोग एवं मृत्यु दर का प्रमुख कारण कुपोषण है। बरेली जनपद में 0-5 साल तक के करीब साढ़े तीन लाख बच्चों में पोषण माह 2020 के दौरान अति कुपोषित बच्चों को शीघ्र चिन्हित करना है। जिसे अभियान के रूप में चलाया जाएगा। नियमानुसार बच्चों को पीएचसी, सीएचसी और एनआरसी में रेफर किया जाएगा।

पोषण विषय पर होगी ऑनलाइन प्रतियोगिता
अभियान के दौरान शिक्षा विभाग के माध्यम से पोषण विषय पर ऑनलाइन प्रतियोगिता और डिजिटल पोषण पंचायतें आयोजित की जाएंगी। कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत गृह मंत्रालय भारत सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देश के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग, स्वच्छता, सैनिटाइजेशन आदि नियमों का पालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फल एवं सब्जियां सूक्ष्य पोषक तत्व के महत्वपूर्ण स्रोत हैं और इन पोषक तत्वों को नियमित आहार में सम्मिलित करना अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।

भ्रमण के दौरान दी जाएगी सलाह
पोषण माह में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा गृह भ्रमण किया जाएगा। गृह भ्रमण में आखिरी त्रैमास की गर्भवती महिलाएं, 0-6 माह के बच्चे और 6 माह से 2 वर्ष के बच्चों के घर भ्रमण कर एक घंटे के अंदर शीघ्र स्तनपान, 6 माह तक केवल स्तनपान, 6 माह के बाद ऊपरी आहार शुरूआत करने का परामर्श देंगी।