बरेली: पत्नी की जलाकर हत्या करने वाले डॉक्टर को 10 वर्ष कैद

बरेली: पत्नी की जलाकर हत्या करने वाले डॉक्टर को 10 वर्ष कैद

विधि संवाददाता, बरेली, अमृत विचार। 12 वर्ष पूर्व दहेज की मांग पूरी न होने और बेटी पैदा होने पर पत्नी की जलाकर हत्या करने वाले हाफिजगंज के रिठौरा निवासी चिकित्सक पति प्रभाशंकर को सत्र परीक्षण में दोषी पाते हुए अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या-6 अब्दुल कैयूम ने 10 वर्ष कारावास की सजा सुनायी है। कोर्ट …

विधि संवाददाता, बरेली, अमृत विचार। 12 वर्ष पूर्व दहेज की मांग पूरी न होने और बेटी पैदा होने पर पत्नी की जलाकर हत्या करने वाले हाफिजगंज के रिठौरा निवासी चिकित्सक पति प्रभाशंकर को सत्र परीक्षण में दोषी पाते हुए अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या-6 अब्दुल कैयूम ने 10 वर्ष कारावास की सजा सुनायी है। कोर्ट ने पांच हजार रुपये कुल अर्थदण्ड की सजा भी सुनाई।

वहीं मृतका के देवर नरेन्द्र उर्फ दीपू व देवरानी लक्ष्मी को दोषमुक्त कर दिया। सरकारी वकील सुनील कुमार सिंह ने बताया कि मृतका के पिता जमुना प्रसाद साहू ने 11 अप्रैल 2009 को थाना हाफिजगंज पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि बेटी पुष्पा देवी की शादी 20 जून 2007 को प्रभाशंकर के साथ की थी। विवाह में बाइक समेत जरूरी सामान दिया था। दामाद बीएएमएस डॉक्टर है। शादी के बाद से ही दामाद व उसके परिवारीजन दहेज की मांग को लेकर बेटी को प्रताड़ित करते रहते थे।

6 फरवरी 2009 को बेटी ने पुत्री को जन्म दिया तो और ज्यादा परेशान करने लगे। ताने देते कि बेटी पैदा की। मां व बेटी दोनों कहीं जाकर मर जाओ। 10 अप्रैल 2009 को दिन मे 11:30 बजे दहेज की मांग पूरी न होने पर बेटी को जला दिया व गम्भीर हालत में निजी अस्पताल मे भर्ती करवाया। इलाज के दौरान बेटी की मौत हो गयी। पुलिस ने पति समेत ससुरालीजनों के विरूद्ध दहेज उत्पीड़न, दहेज हत्या की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना के बाद पति प्रभाशंकर, देवर नरेन्द्र उर्फ दीपू व देवरानी लक्ष्मी के विरूद्ध आरोप पत्र कोर्ट भेजा था।

वकील की हत्या के विरोध मे न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे अधिवक्ता
शाहजहांपुर मे अधिवक्ता भूपेन्द्र सिंह की गोली मारकर की गयी हत्या के विरोध मे उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के आहवान पर आज बुधवार को जनपद के सभी अधिवक्तागण न्यायिक कार्यों से विरत रहते हुए विरोध प्रदर्शन करेंगे। बरेली बार एसोसिएशन के सचिव वी पी ध्यानी एडवोकेट ने बताया कि स्टेट काउंसिल के आहवान पर वकील की हत्या के विरोध में जिले के समस्त अधिवक्तागण न्यायिक कार्यों से विरत रहते हुए दोपहर 1:30 बजे मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपेगे। साथ ही एडवोकेट प्रोट्रेक्शन एक्ट के जल्द लागू किये जाने की मांग करेंगे।